Floting Dock

भारत की आत्मनिर्भरता में मील का पत्थर है फ्लोटिंग डॉक

चेन्नई, 20 जून (जनसमा)। युद्धपोत उत्पादन और अधिग्रहण के नियंत्रक, वाइस एडमिरल डीएम देशपांडे की पत्नी श्रीमती अंजली देशपांडे ने मंगलवार को चेन्नई के नजदीक काट्पल्ली में लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (एलएंडटी) के शिपयार्ड पर आयोजित एक प्रभावशाली समारोह में भारतीय नौसेना का पहला स्वदेश निर्मित फ्लोटिंग डॉक (एफडीएन -2) का लोकार्पण किया गया।

फ़्लोटिंग डॉक स्वदेशी डिजाइन में निर्मित एक  प्लेटफार्म है, जिसमें सभी संबंधित मशीनरी और नियंत्रण प्रणाली लगाई गई है।  फ्लोटिंग डॉक (एफडीएन -2), यार्ड 55000, भारत में डिजाइन किया गया और एल एंड टी शिपयार्ड, काट्पल्ली में निर्मित है जो पोत निर्माण में भारत की आत्मनिर्भरता में एक मील का पत्थर है।

एल एंड टी के पोत निर्माण विभाग के प्रमुख,वाइस एडमिरल बी कन्नन (सेवानिवृत्त)के औपचारिक स्वागत के बाद समारोह में मुख्य अतिथि वाइस एडमिरल डीएम देशपांडे ने अपने विचार रखे। इसके बाद परंपराओं के अनुसार श्रीमती अंजली देशपांडे ने फ्लोटिंग डॉक पर ‘कुमकुम’ लगाया। उन्होंने डॉक को शुभकामना दी तथा युद्धपोत का जलावतरण भी किया।

इस अवसर पर बोलते हुए वाइस एडमिरल डी एम देशपांडे ने एफडीएन -2 के डिजाइन और निर्माण में एल एंड टी के प्रयासों की सराहना की।

इसमें प्लेटफार्म को संतुलित रखने के लिए उन्नत किस्म की स्वचालित वजन प्रणाली के साथ उच्च क्षमता वाला  पंप भी है।