आॅनलाइन स्वीकृतियां देने वाला पहला राज्य बना हिमाचल प्रदेश

शिमला, 14 जनवरी। हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जिसमें योजनाओं की स्वीकृतियों के साथ-साथ पंजीकरण की आॅनलाइन सेवाएं आरम्भ की गई हैं। यह सेवाएं नगर नियोजन विभाग के वेब पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई हैं।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बुद्धवार को यहां नगर नियोजन विभाग की आॅन लाइन सेवाओं का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस वेब पोर्टल का उद्देश्य योजना क्षेत्रों जैसे साडा, नगर निगमों आदि में स्वीकृतियों के लिए आवेदकों को आॅन लाइन सुविधा प्रदान करना है। इसके अलावा बिल्डरों और निजी व्यवसायियों को भी आॅन लाइन पंजीकरण और लाइसेंस प्राप्त करने की सुविधा दी गई है। इससे विभाग की कार्य प्रणाली में पारदर्शिता, जबावदेही और कार्यकुशलता में भी सुधार आयेगा।

इसके अलावा वेब पोर्टल पर प्रबंध सूचना प्रणाली भी उपलब्ध कराई गई है, जिसके माध्यम से मामूली शुल्क वसूल किया जाएगा ताकि इस प्रोजेक्ट को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहई-सेवा परियोजना पूरे रिकार्ड के अंकीकरण में सहायक होगा तथा इस पर सामग्री प्रबन्धन प्रणाली की सुविधा भी दी गई है। इस वेब पोर्टल के शुरू होने से नगर नियोजन विभाग, आवेदन शुल्क के रूप में योजना क्षेत्रों, विशेष क्षेत्रों, नगर निगमों व नगर परिषदों में राजस्व एकत्र कर सकेगा। सभी प्रकार के शुल्क के रूप में आवेदकों से 0.5 प्रतिशत तक ई-चार्ज वसूल किया जाएगा।

वीरभद्र सिंह ने इस परियोजना के लिए विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विभाग प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के योजनाबद्ध एवं सतत विकास की दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है।

शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि आम जनताए बिल्डरों और वास्तुकारों को शुल्क जमा करवाने के लिए विभाग ने इस वेब साइट पर एचडीएफसी बैंक के माध्यम से गेटवे की सुविधा दी है। इस गेटवे पर बैंक हितधारकों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेगा।

उन्होंने कहा कि यह परियोजना वर्ष 2015-16 के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य नवीनीकरण पुरस्कार योजना के अन्तर्गत 54 लाख रुपये से अधिक धन राशि प्रदान करने के लिए विचाराधीन है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव, नगर नियोजन विभाग श्रीमती मनीषा नंदा ने वेब पोर्टल की विशेषताओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

नगर नियोजन विभाग के निदेशक संदीप कुमार, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की निदेशक श्रीमती प्रियंका बासु सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।