Guru Nanak Dev

अनेक देशो में मनाई जा रही है गुरु नानक देव की 549वी जयंती

गुरु नानक देव की 549वी जयंती कार्तिक पूर्णिमा 23 नवंबर को धार्मिक उत्साह के साथ देश और दुनिया के अनेक देशो में मनाई जा रही है।

गुरु नानक देव का जन्म 1469 में  तलवंडी राय भोई (ननकाणा साहिब) में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। उनके पिता का नाम कालू जी और माता तिरपता जी थीं।

यह दिन पहले सिख गुरु, गुरु नानक देव के जन्म का पवित्र दिन है, जिन्होंने सिख धर्म की नींव रखी।

इस वर्ष गुरु नानक देव की 549वी जयंती  है।

इस दिन दुनिया भर में सिख भक्त प्रार्थना करते हैं। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में गुरुपरब विशेष उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

गुरुद्वारों में सिखों के पवित्र ग्रंथ ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का 48 घंटे का  अखण्ड पाठ शुरू होगया है। नगर कीर्तन किये जारहे हैं।

सूर्योदय से पहले गुरू नानक को श्रद्धा अर्पित करने के लिए प्रभात फेरियां निकाली गईं।

बीती रात गुरद्वारों को दूध से धोकर पवित्र करने की भी परंपरा है।

देश और दुनिया के अनेक देशो में अधिकांश गुरुद्वारों को अच्छी तरह से सजाया गया है।