Poor diet

धूम्रपान से भी ज्यादा घातक है खाने पीने की बुरी आदतें

धूम्रपान से भी ज्यादा घातक है खाने पीने की बुरी आदतें Poor diet।

अब दुनिया भर में पांच में से एक मौत हमारे रोज के खाने पीने की बुरी आदतों के कारण होरही है। यह स्थिति धूम्रपान से भी ज्यादा घातक और मौत का कारण बनती जारही है।

स्वास्थ्य मैट्रिक्स और मूल्यांकन संस्थान (IHME – The Institute for Health Metrics and Evaluation) वाशिंगटन विश्वविद्यालय द्वारा बुधवार को जारी अध्ययन के अनुसार कैंसर, मधुमेह और हृदय रोग के कारण वयस्कों की 2017 में हुई सभी मौतों में 10.9 मिलियन मौते या 22 प्रतिशत मौतों के लिए अस्वस्थ आहार Poor diet जिम्मेदार था।

ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी इस बात का सबसे आधिकारिक आकलन है कि दुनिया के हर देश में लोग कैसे मर रहे हैं।

पोषकतत्वहीन या ‘कमजोर आहार Poor diet भी मौत को मौका देता है’  विषय के प्रमुख  शोधकर्ता और विश्लेषक डॉ. अश्क अफशीन  का कहना है  “हमारा शोध राष्ट्रों में स्वस्थ खाद्य पदार्थों के उत्पादन, वितरण और खपत को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक खाद्य प्रणाली के हस्तक्षेप की आवश्यकता पाता है।”

डॉ. अश्क अफशीन, अध्ययन के प्रमुख लेखक और वाशिंगटन विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) में एक सहायक प्रोफेसर हैं।

IHME के अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि बेहतर खाने से दुनिया भर में होने वाली पांच मौतों में से एक को रोका जा सकता है।

IHME के  नवीनतम विश्लेषण में देशों की खाने की आदतों के बारे में है।

अधिक मात्रा में नमक का सेवन  चाहे वह रोटी, सोया सॉस या प्रसंस्कृत भोजन में हो, बड़ी संख्या में लोगों की उम्र को कम कर रहा है और  मौत के नजदीक पहुँचा रहा है।

IHME के शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अध्ययन मोटापे के बारे में नहीं है लेकिन खराब गुणवत्ता वाली डाइट दिल को नुकसान पहुंचाती है और कैंसर का कारण बनती है।

अस्वास्थ्यकारी आहार Poor diet

  • बहुत अधिक नमक खाने से तीन मिलियन मौतें हुई हैं।
  • बहुत कम साबुत अनाज से भी तीन मिलियन मौतें हुई हैं।
  • बहुत कम फल खाने से दो मिलियन मौतें हुई हैं।
  • कम मात्रा में नट्स, बीज, सब्जियां, ओमेगा -3 में कम मात्रा में समुद्री भोजन और फाइबर की कमी भी मौत का बड़ा कारण है।

वाशिंगटन विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन IHME के निदेशक प्रो क्रिस्टोफर मरे ने बीबीसी को बताया कि आहार दुनियाभर में स्वास्थ्य का प्रमुख कारक है।

दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले 20  देशों में मिस्र में 2017 में सबसे अधिक आहार संबंधी मृत्यु यानि एक लाख लोगों में 552 लोग खुराक में जरूरी तत्वों की कमी के कारण हुई है।

जापान में आहार से संबंधित मौतों की दर सबसे कम थी, यानि एक लाख में केवल 97 लोग।

2017 में आहार में पोषक तत्वों की कमी Poor diet के कारण एक लाख में 2300  मृत्यु हुई है।