Apsara reactor

ट्रॉम्बे परिसर में स्विमिंग पूल के आकार के शोध रिएक्टर ने काम शुरू किया

 Apsara - U Reactor Complex

अप्सरा – यू रिएक्टर कॉम्पलेक्स

भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के ट्रॉम्बे परिसर में सोमवार को 18:41 बजे स्विमिंग पूल के आकार के एक शोध रिएक्टर ने काम करना शुरू किया है। इसका नाम ‘उन्नत अप्सरा’ रखा गया है।

उच्च क्षमता वाले इस रिएक्टर की स्थापना स्वदेशी तकनीक से की गई है। इसमें निम्न परिष्कृत यूरेनियम (एलईयू) से निर्मित प्लेट के आकार का प्रकीर्णन ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है।

उच्च न्यूट्रॉन प्रवाह के कारण यह रिएक्टर स्वास्थ्य अनुप्रयोग में रेडियो आइसोटोप के स्वदेशी उत्पादन को 50 प्रतिशत तक बढ़ा देगा।

इसका उपयोग नाभिकीय भौतिकी, भौतिक विज्ञान और रेडियोधर्मी आवरण के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किया जाएगा।

याद रखने की बात है कि भारतीय परमाणु कार्यक्रम के जनक डॉ. होमी जे भाभा ने 50 के दशक में कहा था कि अनुसंधान रिएक्टर परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ की हड्डी होती हैं।

इसके बाद एशिया के पहले अनुसंधान रिएक्टर “अप्सरा” का परिचालन अगस्त 1956 में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के ट्रॉम्बे परिसर में शुरू हुआ।

शोधकर्ताओं को पांच दशक से अधिक समय तक समर्पित सेवा प्रदान करने के बाद इस रिएक्टर को 2009 में बंद कर दिया गया।