उ.प्र. में बिना किसी भेदभाव के लागू की गई हैं सभी योजनाएं : अखिलेश

लखनऊ, 09 मार्च। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज विधान परिषद में नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण के पश्चात उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे स्वयं भी इसी सदन के सदस्य हैं। चुने गए अधिकतर सदस्य युवा हैं, इससे यह सदन भी युवा दिख रहा है। इन सदस्यों पर बड़ी जिम्मेदारी है कि वे अपने मतदाताओं की उम्मीदों पर खुद को खरा साबित करें।

उन्होंने कहा कि यह विधान मण्डल का उच्च सदन है, इस सदन की बड़ी गरिमा है। बेहद सम्मानित लोग इस सदन के सदस्य रहे हैं। अखिलेश ने उम्मीद जताई कि वरिष्ठ सदस्य सदन की कार्यवाही, प्रक्रिया और परम्परा आदि जानने-समझने में नये सदस्यों का मार्गदर्शन और सहयोग करेंगे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक सदस्य की संस्तुति पर 100 हैण्डपम्प स्थापित किये जाएंगे। प्रत्येक सदस्य गरीब व्यक्तियों को 10 लोहिया आवास दिये जाने की संस्तुति तथा अपने क्षेत्र के ग्रामों को लोहिया ग्राम के तौर पर चयनित किये जाने की संस्तुति भी कर सकेंगे।

उन्होंने यह घोषणा भी की कि जिन सदस्यों के पास लखनऊ में आवास नहीं हैं, उन्हें आवास देने की व्यवस्था की जाएगी। सत्र के दौरान विधान परिषद के कर्मचारियों को देय मानदेय को भी 7500 रुपए से बढ़ाकर 8000 रुपए किया जाएगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश को तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। लैपटॉप वितरण योजना, समाजवादी पेंशन योजना जैसी सभी कल्याणकारी योजनाओं को बिना किसी भेदभाव के लागू किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की आधारभूत संरचना को बेहतर करके आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नयी सड़कें और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। विकास प्रक्रिया में शहर और गांव दोनों का बराबर ध्यान रखकर संतुलित विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव ने अपने संघर्ष से प्रदेश की तरक्की और खुशहाली के लिए जो राह तैयार की है, प्रदेश सरकार उसी को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

फाईल फोटोः अखिलेश यादव।