उत्तर प्रदेश के सारनाथ में शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 2016

सारनाथ (उप्र), 5 अक्टूबर (जस)। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 2016 का सत्र मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सारनाथ में प्रारंभ हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन नई दिल्ली में 2 अक्टूबर, 2016 को शुरू हुआ था।

प्रारंभिक सत्र को केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश, पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी, उत्तर प्रदेश पर्यटन के प्रधान सचिव नवनीत सहगल और वाराणसी के आयुक्त ने संबोधित किया। सम्मेलन में थाईलैंड के पर्यटन और खेल उपमंत्री महामहिम प्रोफेसर चमानी तोंगरोक, विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) के कार्यकारी निदेशक मैसियो फैविला तथा वाराणसी के मेयर शामिल हुए।

डॉ. महेश शर्मा ने अपने संबो‍धन में कहा कि भारत आध्यात्मिक पीठ है। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार बौद्ध सर्किट विकसित करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि सारनाथ को भारत में बौद्ध पर्यटन का केंद्र बनाया जाएगा और देश में विभिन्न बौद्ध स्थलों को सारनाथ से जोड़ने के लिए वायु रेल और सड़क संपर्क विकसित करने के प्रयास किए जाएंगे।

डॉ. शर्मा ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन के योजना के अंतर्गत बौद्ध सर्किट विकसित करने के लिए अभी तक 132.17 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। श्रावस्ती, कपिलवस्तु और कुशीनगर को कवर करने वाले बौद्ध सर्किट के अवसंरचना विकास के लिए शीघ्र ही उत्तर प्रदेश को पर्यटन मंत्रालय 99.97 करोड़ रुपये की मंजूरी देगा।

प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी ने कहा कि यह पहला अवसर है कि सारनाथ में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। भारत असियान और सार्क देशों में बौद्ध सर्किट विकसित करने के लिए तैयार है ताकि विश्व के शेष हिस्सों से बौद्ध श्रद्धालु इस क्षेत्र में आ सकें।

पूरे दिन के सत्र में भारत बुद्ध की भूमि और बुद्धायन संघ बनाने  के विषय पर संवाद गोष्ठी हुई। भारतीय टूर ऑपरेटरों की विदेशी टूर ऑपरेटरों तथा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों के साथ बी2बी बैठक भी हुई। इस सम्मेलन में 39 देशों के 240 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग ले  रहे हैं। प्रतिनिधि बिहार में बौद्ध विरासत का अनुभव करने नालंदा, राजगीर और बोधगया जाएंगे। भारत में बौद्ध विरासत और दर्शनीय स्थलों को प्रदर्शित करने के लिए पर्यटन मंत्रालय 2से 6 अक्टूबर 2016 को उत्तर प्रदेश और बिहार सरकार के सहयोग से 5वां अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन आयोजित कर रहा है।