strip

‘तिपरालैण्ड’ बनाने की मांग को लेकर निर्वस्त्र प्रदर्शन

अगरतला, 12 जुलाई (जनसमा)। त्रिपुरा का बंटवारा करके अलग ‘तिपरालैण्ड’ बनाने की मांग को लेकर खामटिंगबाड़ी क्षेत्र में आइपीएफटी के कार्यकत्र्ता निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

त्रिपुरा के आदिवासी समुदाय का कहना है कि कई सालों से आदिवासियों का शोषण होरहा है और उन्हें विकास से दूर रखा जारहा है।

अगरतला से लगभग 50 किमी दूर पहाड़ी इलाके खामटिंगबाड़ी क्षेत्र में ‘इण्डिजिनस पीपुल्स फ्रंट आॅफ त्रिपुरा’ (आइपीएफटी ) के कार्यकत्र्ताओं ने कुछ दिनों से असम और अगरतला के बीच एनएच44 को रोक रखा है और आवागमन लगभग ठप्प है।

इस आन्दोलन के संबंध में जब भाजपा के प्रवक्ता प्रसेनजित चक्रवर्ती से पूछा गया तो उन्होंने ‘जनसमा’ को बताया कि इसे माकपा ही पिछले दरवाजे से समर्थन देरही है ।

Activists of Indigenous People’s Front of Tripura (IPFT) strip down to press for separate “Tipraland” in Khamtingbari of Tripura on July 12, 2017. (Photo: IANS)

उन्होंने कहा कि भाजपा इस आन्दोलन का समर्थन नहीं करती है किन्तु इस राज्य में आदिवासियों की दुर्दशा के लिए सीपीएम शासन ही जिम्मेदार है।पिछले 34 सालों से राज्य में कम्युनिस्टों की सरकार है और आदिवासियों का भयंकर शोषण होरहा है।

चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आदिवासियों के नाम पर होरही लूट को बंद करे और विकास के काम करे।
उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द इस आन्दोलन को समाप्त कराने की भी मांग की।