मंगलेश डबराल

अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि और लेखक मंगलेश डबराल नहीं रहे

नई दिल्ली, 09 दिसंबर। केंद्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि और लेखक मंगलेश डबराल नहीं रहे। आज शाम उनका देहांत हो गया। वह 72 साल के थे।

उनके देहांत की सूचना प्रतिष्ठित कवि असद जैंदी ने अपने फेस बुक पेज पर साझा की।

मंगलेश डबराल  फेफड़ों के रोग के संक्रमित थे और उनका गाजियाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्हें कोविड.19 गया था।
जब उनकी स्थिति ज्यादा बिगड़ने लगी तो उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञपन संस्थान में भर्ती कराया गया, जहाँ वे वेंटिलेटर  पर थे।

मंगलेश डबराल का जन्म उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के गाव काफलपानी में 14 मई 1948 को हुआ था।

मंगलेश डबराल हिंदी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षरों में से थे। उन्होंने जनसत्ता में साहित्य संपादक के रूप में भी काम किया था और इस समय वह नेशनल बुक ट्रस्ट से भी जुड़े हुए थे।

उनके कई काव्य और गद्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ।