अम्बेडकर की जयंती पर छत्तीसगढ़ में लिया गया समरसता का संकल्प

रायपुर, 15 अप्रैल। डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ राष्ट्रीय अभियान का प्रदेश व्यापी शुभारंभ करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने समारोह में सभी नागरिकों को सामाजिक समरसता का भी संकल्प दिलाया। सभी लोगों ने मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ में सामाजिक सदभाव को सुदृढ़ बनाए रखने का संकल्प लिया। डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि ग्रामोदय से ही भारत उदय का सपना साकार होगा और सामाजिक समरसता की भावना मजबूत होगी। इसके फलस्वरूप गांवों को और देश के विकास को मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री गुरुवार को दोपहर भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. अम्बेडकर की जयंती पर जिला मुख्यालय राजनांदगांव में ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के प्रदेश व्यापी शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बाद अगर किसी ने देश में छुआछूत की भावना को मिटाने के लिए धरातल पर लड़ाई लड़ी तो वह डॉ. अम्बेडकर ही थे। उन्होंने उस लड़ाई को नतीजे तक पहुंचाया।

डॉ. अम्बेडकर समाज के कमजोर वर्गों की आवाज बन गए। उन्होंने संविधान के जरिए देश की जनता को मौलिक अधिकारों की शक्ति दी। डॉ. सिंह ने कहा कि संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में स्वर्गीय डॉ. अम्बेडकर ने कठिन परिश्रम कर देश को एक ऐसा संविधान दिया, जिसके फलस्वरूप आज सम्पूर्ण राष्ट्र एकता के सूत्र में बंधा हुआ है। उन्होंने संविधान में देशवासियों को जो अधिकार दिए हैं और जिन कर्त्तव्यों का निर्धारण किया है उन सबकी जानकारी गांव-गांव और जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में ग्राम उदय-भारत उदय अभियान आज से शुरू हुआ है।

शुभारंभ समारोह का आयोजन पदमश्री गोविंद राम निर्मलकर सभागृह में किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डॉ. अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।