AIADMK General Secretary Sasikala Natarajan

एआईएडीएमके सांसद ने बजाया विद्रोह का बिगुल

चेन्नई, 4 फरवरी| ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के सदस्य और पूर्व सांसद के.सी.पलानीस्वामी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिख कर कहा है कि पार्टी की अंतरिम महासचिव के रूप में शशिकला की नियुक्ति को मान्यता नहीं दिया जाए, बल्कि एआईएडीएमके महासचिव के चयन के लिए जल्द चुनाव कराने हेतु एक स्वतंत्र और निडर अधिकारी नियुक्त किया जाए। शशिकला को मुख्यमंत्री बनाए जाने की खबरों के बीच पलानीस्वामी ने कहा कि निर्वाचन आयोग को उनके प्रतिनिधित्व को पेश करने का अवसर दिए बिना उस पर फैसला नहीं लेना चाहिए।

फाइल फोटो : एआईएडीएमके महासचिव  शशिकला नटराजन                     –आईएएनएस

पलानीस्वामी ने निर्वाचन आयोग में अपने प्रतिनिधित्व को लेकर निर्वाचन समिति से एआईएडीएमके के महासचिव पद के चुनाव के लिए एक निष्पक्ष एवं स्वतंत्र अधिकारी की नियुक्ति का आग्रह किया।

उन्होंने चुनाव होने तक मौजूदा पदाधिकारियों को हटाने से बाज आने का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने आग्रह किया है कि मौजूदा पदाधिकारियों को निर्देश दिया जाए कि जरूरी और सामान्य खर्चो को छोड़कर पार्टी की परिसंपत्तियों को खर्च नहीं किया जाए। इसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक कोई फैसले नहीं लिए जाएं।

उन्होंने यह भी कहा कि 29 दिसंबर, 2016 को पार्टी की अंतरिम महासचिव के रूप में शशिकला की नियुक्ति को भी मान्यता नहीं दी जाए।

पलानीस्वामी ने शनिवार को आईएएनएस से कहा, “निर्वाचन आयोग को एआईएडीएमके की महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री जे.जयललिता के निधन के कारण खाली हुई आर.के.नगर निर्वाचन सीट पर जून से पहले उपचुनाव कराना है।”

उनके मुताबिक, पार्टी उम्मीदवार के नामांकन के लिए अधिकृत पत्र पर पार्टी महासचिव के हस्ताक्षर होते हैं।

पलानीस्वामी ने कहा, “निर्वाचन आयोग यदि एआईएडीएमके की महासचिव के रूप में शशिकला की नियुक्ति को अमान्य नहीं करता तो यह जोखिम भरा होगा और इस तरह नामांकन अवैध माना जाएगा।

एआईएडीएमके नेता एवं प्रवक्ता सी.पोनायन ने आईएएनएस से कहा, “पार्टी सदस्यों द्वारा चुनी गई पार्टी की महापरिषद ने शशिकला को महासचिव चुना है। शशिकला का चुनाव पार्टी के नियमों के तहत हुआ है। पार्टी में शीर्ष स्थान रिक्त नहीं रह सकता इसलिए इस पद के लिए शशिकला का चुनाव किया गया।”    –आईएएनएस