Ashley Judd

ट्रंप को वोट देने वाली महिलाएं भ्रमित : एश्ले जड

कोलकाता, 27 जनवरी। हॉलीवुड अभिनेत्री एश्ले जड का कहना है कि जिन 42 फीसदी महिलाओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को वोट किया है, वे बहुत भ्रमित हैं।

टाटा स्टील कोलकाता साहित्य सम्मेलन में ट्रंप की छवि प्रचार के दौरान महिला विरोधी दर्शाने के बावजूद ट्रंप ने कैसे महिलाओं का वोट हासिल किया, इस बारे में अभिनेत्री ने बात की।

अभिनेत्री ने कहा, “यह दिखाता है कि हम भ्रमित हैं।”

‘वीमेंस लाइव्स मैटर’ (महिलाओं का जीवन मायने रखता है) विषय पर 48 वर्षीय अभिनेत्री ने शरणार्थी शिविर की स्थिति, धर्म, तस्करी, अमेरिका में अध्यापकों को कम भुगतान और न्यूनतम 15 डॉलर मजदूरी देने के आंदोलन जैसे विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार जाहिर किए।

फिल्म ‘रूबी इन पैराडाइज’ की अभिनेत्री वैश्विक मानवीय और सक्रिय कार्यकर्ता भी हैं। उन्होंने जॉर्डन के शरणार्थी शिविर की एक घटना का भी जिक्र किया।

जहां एक ओर ट्रंप इस्लाम विरोधी बयान दे रहे हैं, वहीं अभिनेत्री ने कहा, “मैं जिस इस्लाम को जानती हूं, उसका समर्थन करती हूं।”

अभिनेत्री कहती हैं, “मैं जॉर्डन में एक शरणार्थी शिविर में थी जो बाद में मेरे लिए परिवार की तरह हो गया। शरणार्थी घर में उनका जमीन पर लेटना मेरे दिल को छू गया। हमने मेंहदी लगाया। अमाना मेरी हमउम्र थी। हमने धर्म के बारे में बात की।”

जड ने फिर एक छोटी बच्ची का जिक्र करते हुए कहा, “जिस छोटी बच्ची के बारे में मैं बात कर रही हूं, मुझे लगता है कि वह सात साल की होगी। उसने मुझसे कहा, क्या आप हिजाब पहनती हैं? और मैंने कहा नहीं तो फिर उसने दोबारा कहा, क्या आप हिजाब पहनती हैं?”

जड कहती हैं कि जवाब में ‘नहीं’ सुनना उसकी समझ के परे था और इसलिए निश्चित तौर पर उन्हें अपना अनुभव गलत महसूस होने लगा।

जड ने अमाना को बताया, “अमाना और मैंने सिर ढकने वाले हिजाब के बारे में बात की और मैंने उसकी तस्वीर लेने के बारे में सोचा। मुझे तुम्हारी तस्वीर लेने में खुशी होगी, मेरा परिवार और मैं इसे रेफ्रिजरेटर के ऊपर रखेंगे।”

जड कहती हैं कि उसने साफ मना कर दिया और कहा कि अल्लाह इंसानों की तस्वीर रखने की अनुमति नहीं देते, क्योंकि इसका मतलब झूठे भगवान की पूजा करना होता है। बाद में उसने तस्वीर लेने की इजाजत दे दी और जड ने उसे रेफ्रिजरेटर पर रखा है।

जड ने कहा कि वह उस परिवार के लिए प्रार्थना करती हैं। अभिनेत्री इस बात को स्वीकार करती हैं कि लोग अलग-अलग तरीकों से ईश्वर की आराधना करते हैं।

अभिनेत्री ने यह भी कहा कि जो युवा उनके घर पर काम करते हैं, उन्हें वह उचित भुगतान करती हैं।  –आईएएनएस