नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अचानक पहुंचकर रमन ने लगाई चौपाल

रायपुर, 21 मई (जनसमा)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत शनिवार को राजधानी रायपुर से हेलीकॉप्टर से रवाना होकर राजनांदगांव जिले में महाराष्ट्र की सीमा के नजदीक नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्राम वासड़ी (विकासखंड-मोहला) में अचानक पहुंचकर अमराई की छांव मेें चौपाल लगाई। उन्होंने ग्रामीणों से उनकी समस्याओं और जरूरतों के बारे में विचार-विमर्श किया।

यह गांव जिला मुख्यालय राजनांदगांव से लगभग 102 किलोमीटर दूर है। विकास योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से अब उस क्षेत्र में नक्सल समस्या का असर काफी कमजोर पड़ गया है। डॉ. सिंह ने चौपाल में लगभग एक घंटे तक ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों के आग्रह पर क्षेत्र के मरकाटोला सिंचाई जलाशय का निर्माण फिर से शुरू करवाने की सैद्धांन्तिक सहमति तुरन्त प्रदान कर दी और इसके लिए सर्वेक्षण करवाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री को ग्रामीणों ने बताया कि इस सिंचाई जलाशय का निर्माण वर्ष 1971-72 में शुरू किया गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से यह अधूरा रह गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लगभग 45 साल पुरानी इस सिंचाई परियोजना के अधूरे काम को आगे पूरा करने के लिए राज्य सरकार जल्द सर्वेक्षण करवाएगी। डॉ. रमन सिंह ने ग्रामीणों के आग्रह पर वासड़ी में मंगल भवन निर्माण, ग्राम पाटन से पथरेल-मरकाटोला तक डब्ल्यू.बी.एम. सड़क निर्माण और वासड़ी में हाईस्कूल भवन निर्माण की भी मंजूरी देने और वहां शिक्षकों की कमी दूर करने का ऐलान किया। डॉ. सिंह ने भोजटोला-वासड़ी मार्ग पर शिवनाथ नदी में पुल निर्माण का प्रस्ताव आगामी बजट में शामिल करने की भी घोषणा की।

उन्होंने वासड़ी के युवाओं के आग्रह पर क्रिकेट टीम के लिए बैट-बॉल और कैरम बोर्ड भी प्रदान किया। डॉ. रमन सिंह के साथ प्रदेश के कृषि और जलसंसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव विवेक ढांड और सचिव सुबोध कुमार सिंह भी वासड़ी पहुंचे। डॉ. रमन सिंह ने चौपाल में ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने किसानों को नक्शा, खसरा और बी-वन की प्रतियां निःशुल्क देने के लिए अभियान शुरू किया है। अब पटवारी किसानों को भूमि से संबंधित ये अभिलेख गांव में चौपाल लगाकर देंगे। डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने ग्रामीणों को आबादी जमीन का आवासीय पट्टा देने का भी ऐतिहासिक  निर्णय लिया है।

डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित उज्जवला योजना की भी जानकारी दी और बताया कि इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ में अगले दो साल में 25 लाख गरीब परिवारों को सिर्फ दो सौ रूपए पंजीयन शुल्क लेकर महिलाओं के नाम पर रसोई गैस कनेक्शन, डबल बर्नर चूल्हा और पहला सिलेंडर निःशुल्क दिया जाएगा। राज्य सरकार ने इसके लिए कार्य योजना तैयार कर ली है।