न्यूयॉर्क प्राइमरी में ट्रंप, हिलेरी की जीत

न्यूयॉर्क, 20 अप्रैल| रिपब्लिकन पार्टी में राष्ट्रपति पद के दावेदार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी में दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने मंगलवार रात न्यूयॉर्क प्राइमरी में जीत दर्ज की। इससे दोनों ने यह संदेश दिया कि वे उम्मीदवारी की दौड़ में मजबूती से डटे हुए हैं।

ट्रंप की यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने मंगलवार रात अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, “हमें अधिक देर तक प्रतिस्पर्धा नहीं करनी पड़ेगी।”

‘सीएनएन’ के मुताबिक, बर्नी सैंडर्स की अप्रत्याशित लोकप्रियता से हिलेरी को खासी दिक्कत हुई थी, लेकिन अब इस सफलता से उन्हें आगे बहुत लाभ मिलेगा।

‘फॉक्स न्यूज’ के मुताबिक ट्रंप ने कहा, “टेक्सस के सीनेटर टेड क्रूज इस दौड़ से लगभग बाहर हो गए हैं। हम वास्तव में अच्छा कर रहे हैं।”

टेड क्रूज के खराब प्रदर्शन की वजह से जुलाई में रिपब्लिकन पार्टी के सम्मेलन से पहले उन्हें दावेदारी के संदर्भ में खासी मुसीबत झेलनी पड़ सकती है।

ट्रंप ने न्यूयॉर्क में 60 प्रतिशत मत प्राप्त किए, जो किसी भी राज्य में उनकी जीत का सर्वाधिक प्रतिशत है। उन्होंने न्यूयॉर्क के 95 रिपब्लिकन प्रतिनिधियों में से 89 को जीतने का दावा किया है।

ओहियो के गवर्नर जॉन कासिच 25 प्रतिशत मत के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि क्रूज 15 प्रतिशत मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

मंगलवार रात तक ट्रंप को 845 प्रतिनिधियों, क्रूज को 559 और कासिच को 147 प्रतिनिधियों का समर्थन प्राप्त था। रिपब्लिकन प्रत्याशी बनने के लिए 1237 प्रतिनिधियों का समर्थन चाहिए।

‘सीएनएन’ के एग्जिट पोल के मुताबिक, ट्रंप रिपब्लिकन मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हैं। इन मतदाताओं का मानना है कि अगला राष्ट्रपति मौजूदा सत्ता प्रतिष्ठान से बाहर का होना चाहिए।

दस रिपब्लिकन मतदाताओं में से नौ से अधिक का कहना है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की शीर्ष खासियत यह होनी चाहिए कि बात को वह जैसे समझता है, वैसे ही कह दे और यह खासियत ट्रंप में है।

एग्जिट पोल से पता चलता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी में हिलेरी क्लिंटन को जनसांख्यिकीय समूहों का समर्थन मिला है, जिन्होंने बीते चुनावों में भी उनकी मदद की थी।

हिलेरी 45 और उससे अधिक आयु के 66 प्रतिशत मतदाताओं में लोकप्रिय हैं। सैंडर्स युवा मतदाताओं में अधिक लोकप्रिय हैं। वह 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों में लोकप्रिय हैं।

हिलेरी अल्पसंख्यकों में एक बार फिर छाप छोड़ने में कामयाब रही हैं। उन्हें अफ्रीकी-अमेरिकी मतदाताओं के 75 प्रतिशत और लैटिन अमेरिकी नागरिकों के 64 प्रतिशत मत मिले हैं। (आईएएनएस)