पंजाब में अधिकतम अलर्ट, सीमावर्ती गांवों से लोगों को हटाया

चंडीगढ़, 29 सितम्बर| भारत की ओर से सीमा के उस पार किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद गुरुवार को पंजाब में अधिकतम अलर्ट है और पाकिस्तान से लगी सीमावर्ती गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के सलाहकार हरचरण बैंस ने यहां कहा, “पंजाब अधिकतम सतर्कता की स्थिति में है।”

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।

फाइल फोटो: पंजाब की वाघा सीमा पर चौकसी करते सुरक्षा बल के जवान।

बैंस ने कहा कि हालात की स्थिति का जायजा लेने और उचित कार्रवाई करने के लिए गुरुवार शाम बादल की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक होगी।

हमले के बाद पंजाब सरकार ने नियंत्रण रेखा से लगे 10 किलोमीटर क्षेत्र तक के गांवों को खाली करने का आदेश जारी किया है।

गृह मंत्रालय ने गुरुवार को पंजाब सरकार को सीमा क्षेत्र के गांवों को खाली कराने का आदेश दिया।

स्थानीय प्रशासन के अधिकारी सीमा से लगे गांवों के लोगों को अपने घर और गांव खाली करके सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए लाउडस्पीकर के जरिए घोषणा कर रहे हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पास के सीमाई क्षेत्रों के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है।

पाकिस्तान सीमा से लगे पंजाब के जिलों के नाम अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, अबोहार और फजिल्का हैं। पंजाब की 553 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से लगी है।

जानकार सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ सीमा क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति मजबूत कर रहा है।

इस बीच, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अटारी-वाघा सीमा पर स्थित अटारी संयुक्त जांच चौकी (जेसीपी) पर प्रतिदिन होने वाला रिट्रीट समारोह रद्द कर दिया है। यह जगह अमृतसर से 30 किलोमीटर दूर है।

आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बीएसएफ और जिला प्रशासन ने रिट्रीट समारोह देखने आने वाले लोगों और पर्यटकों को गुरुवार को अटारी की ओर नहीं जाने को कहा है।  (आईएएनएस)