पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे तभी बात होगी : भारत

नई दिल्ली, 07 जनवरी (एजेंसी)। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि केन्द्र की नीति अपने पड़ोसी देशों के साथ बेहतर और दोस्ताना सबंध बनाना है। लेकिन देश किसी भी हालत में सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। ऐसा होने पर भारत उसका मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने यह भी साफ़ कर दिया कि पाकिस्तान पहले पठानकोट के दोषियों पर कार्रवाई करके दिखाए तभी विदेश सचिव स्तर की वार्ता के बारे में सोचा जा सकता है।
इस बीच उच्च स्तरीय आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले की योजना पाकिस्तान स्थित मरकाज में बनाई गई थी।
खुफिया एजंसियों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर इस पूरे हमले का मास्टरमाइंड है। इसके अलावा खुफिया एजेंसियों ने ने इस योजना के पीछे असफाक अहमद, हाफिज अब्दुल शकूर, कासिम जान को भी मुख्य षड्यंत्रकारियों के रुप में पहचान की हैं। पाकिस्तान में बैठे हैंडलर पठानकोट में आतंकियों को निर्देश दे रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि हमले में शामिल इन आतंकियों को किसी एयरबेस पर ले जाकर आतंकियों को सबकुछ सिखाया गया ताकि पठानकोट में आतंकियों को अजीब न लगे और वे ऑपरेशन को सही से अंजाम दे सकें।
वार्ता को लेकर विदेश मंत्रालय ने भी पाकिस्तान पर दबाव बनाना शुरु कर दिया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के प्रति केन्द्र सरकार की नीति स्पष्ट और सुसंगत है। भारत पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ दोस्ताना संबंध चाहता है। हमने पाकिस्तान की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है, लेकिन हम सीमा पार से आतंकवादी हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
भारत-पाक विदेश सचिव स्तर पर पूछे गए सवाल पर स्वरुप ने कहा कि इस संदर्भ में फैसला भारत द्वारा पाकिस्तान को सौंपे गए सबूतों पर की गई ठोस कार्रवाई के बाद ही कुछ फैसला लिया जा सकेगा।
इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नसीर खान जंजूआ के साथ बातचीत की है। साथ ही केन्द्र सरकार के तरफ से इन आतंकियों के खिलाफ जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई करने उठाए जाने की बात कही। इस बीच भारत-पाक के बीच आगामी पद्रंह जनवरी को होने वाली विदेश सचिव स्त र की बातचीत पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। केन्द्र का कहना है कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे, तभी बात बनेगी।