भाजपा वोट बैंक की राजनीति नहीं करती: आनंदीबेन

अहमदाबाद, 13 अप्रैल (जनसमा)। गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार वोट बैंक की राजनीति करने वाली सरकार नहीं है। हमें तो समाज में छोटे-बड़े सभी व्यक्तियों, पिछड़ों, वंचितों, सभी का विकास करना है। सामाजिक परिवर्तन की पहल कोई करे, सही करे, अच्छा करे, तब सभी का भरोसा होता है। इसलिए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके मुख्यमंत्रित्व काल में गुजरात की भूमि पर सुशासन से सफलता की जो कार्यशैली अपनाई थी, उसका पूरा देश अनुसरण करता है।

मंगलवार को अहमदाबाद में डॉ. अंबेडकर की 125वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित अवार्ड वितरण समारोह में मुख्यमंत्री ने 7 दलित व्यक्ति विशेष को विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठतम योगदान के लिए सम्मानित किया। सम्मान पाने वाले व्यक्तियों को 25,000 से एक लाख रुपए की राशि और प्रशस्ति पत्र दिए गए।

आनंदीबेन ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर दलितों-वंचितों के ही नेता नहीं बल्कि महान लोकतांत्रिक देश के सार्वभौमत्व के संविधान निर्माता और राष्ट्र नेता-राष्ट्र भक्त हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर को दलितों के उद्धारक वाले सीमित दायरे में नहीं बांधा जा सकता, उनके विचार, ज्ञान एवं सभी को समान अवसर और शिक्षा समानता के मूल्य आज समस्त समाज में मान्य हैं।

इस अवार्ड के अंतर्गत डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अवार्ड, दासी जीवण श्रेष्ठ दलित साहित्य कृति अवार्ड, महात्मा फूले श्रेष्ठ दलित पत्रकार अवार्ड, सावित्रीबाई फूले महिला कला साहित्य अवार्ड, संत श्री कबीर दलित साहित्य अवार्ड एवं महात्मा गांधी अवार्ड संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किए गए।

डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ने उस समयकाल में कन्या शिक्षा, महिला उत्कर्ष और युवाओं के उत्थान के लिए जो कार्य किए, उसे आगे बढ़ाने और उनका संवर्धन करने का कार्य पिछले डेढ़ दशक से गुजरात में जारी है।

उन्होंने कहा कि गुजरात में सामाजिक सौहार्द और समरसता की जो भावना 2001 के बाद विशेष रूप से सुदृढ़ हुई है, जाति-पाति, संप्रदाय या उच्च और निम्न के भेदभाव के बिना सम्यक विकास और गतिशील विकास किस प्रकार का होता है, यह गुजरात ने देश को दिखलाया है। वर्ष 2001 से पहले का गुजरात जिन्होंने देखा है वह इस डेढ़ दशक में हुए रचनात्मक बदलाव की प्रत्यश्र अनुभूति कर रहे हैं।

युवा वर्ग को डॉ. अंबेडकर के जीवन आदर्शों के विभिन्न पहलुओं का प्रेरक चिंतन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वंचितों और गरीबों की सेवा का माध्यम सरकार बने, ऐसी विचारधारा के साथ हमने शासन संभाला है और सबका साथ, सबका विकास मंत्र को साकार किया है।