महबूबा 4 अप्रैल को जम्मू कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनेंगी

जम्मू, 2 अप्रैल। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती (56) चार अप्रैल को जम्मू एवं कश्मीर की 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। शपथ ग्रहण समारोह प्रदेश की सर्दियों की राजधानी जम्मू में होगा।

चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी महबूबा की इल्तिजा इकबाल और इर्तिका इकबाल नाम की दो बेटियां हैं।

फाईल फोटोः महबूबा मुफ्ती। (आईएएनएस)

महबूबा भारत के इकलौते मुस्लिम बहुल राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी। वह अपनी पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन वाली सरकार का नेतृत्व करेंगी।

महबूबा ने अपना पहला चुनाव पैतृक क्षेत्र बिजबेहरा (अनंतनाग जिला) विधानसभा क्षेत्र से 1996 में लड़ा था। उन्होंने वर्ष 2002 में विधानसभा का दूसरा चुनाव शोपियां जिले के वाची से लड़ा। वर्ष 2004 में उन्होंने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा।

वह वर्ष 2014 में दोबारा लोकसभा का चुनाव लड़ीं और उसी क्षेत्र से फिर जीतीं। वह अब तक अपने 20 साल के राजनीतिक जीवन में कभी चुनाव नहीं हारी हैं।

महबूबा के पिता ने पीडीपी की स्थापना कर नेशनल कांफ्रेंस को चुनौती देने और अपने राजनीतिक जीवन की दोबारा शुरुआत करने का निर्णय लिया था तब वह उनकी सहायक थीं।

महबूबा के करीबी कहते हैं कि राजनीति के प्रति व्यावहारिक एवं तथ्यात्मक रुख रखने के बावजूद वह पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से हमेशा संपर्क बनाए रखती थीं।

पीडीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “उनकी जमीनी हकीकत की जानकारी की वजह से मुफ्ती साहेब हमेशा कहा करते थे कि उनकी बेटी उनसे अधिक जमीन से जुड़ी है।”

अब जब जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादी हिंसा चरम पर है, यह उनके शासन की पहली पाली होने जा रही है।

पीडीपी और भाजपा दोनों दलों के सूत्रों के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह सादा होगा। राजभवन में होने वाले इस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के भाग लेने की संभावना है।

परिवार के सदस्य के रूप में महबूबा की बहनें रुबिया सईद और महमूद सईद और भाई तसादुक हुसैन मुफ्ती भी इस शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने वाले हैं।

शीर्ष सूत्रों ने कहा कि पीडीपी और भाजपा दोनों ने मंत्रालय में उन्हीं चेहरों को शामिल करने का निर्णय लिया है जो इससे पहले मुख्यमंत्री रहे मुफ्ती मुहम्मद सईद के इंतकाल से पहले उनके मंत्रिमंडल में थे। सईद का गत सात जनवरी को नई दिल्ली में निधन हो गया था। उसके बाद आठ जनवरी से ही जम्मू एवं कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है।

(आईएएनएस)