माउंट एवरेस्ट शिखर को फतह करने निकलीं एनसीसी की लड़कियां

नई दिल्ली, 09 मार्च। रक्षा राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने आज यहां राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की लड़कियों के पहले माउंट एवरेस्ट अभियान को झंडी दिखाकर रवाना किया। अभियान दल का नेतृत्व कर्नल गौरव कार्की कर रही हैं। अभियान दल में 15 सेवाकर्मी तथा 10 लड़कियां है। दल 31 मार्च, 2016 को नेपाल पहुंचेगा और बेस कैम्प से 8 से 25 अप्रैल, 2016 तक ट्रैकिंग करेगा, ताकि दल 15 और 25 मई, 2016 के बीच शिखर पर पहुंच सके।

रक्षा राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह 9 मार्च, 2016 को नई दिल्ली में एनसीसी लड़कियों के एवरेस्ट अभियान दल को माउंट एवरेस्ट के लिए रवाना करते हुए।

एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए. चक्रवर्ती ने 2014 में एनसीसी लड़कियों के पहले अभियान दल को माउंट एवरेस्ट पर भेजने का प्रस्ताव किया था। इसके लिए 25 चुनिंदा केन्द्रों पर अखिल भारतीय ट्रायल हुआ और 10 कैंडिडेट को 7 जनवरी-3 फरवरी, 2015 तक दार्जिलिंग के हिमालय पर्वतारोहण संस्थान (एचएमआई) में पर्वातारोहण कोर्स के लिए 100 लड़कियां चुनी गई। उनके प्रदर्शन के आधार पर पहले एवरेस्ट अभियान के लिए एनसीसी के 40 लड़की कैडेटों को चुना गया।

एवरेस्ट पूर्व अभियान से पहले का अभियान अप्रैल-मई, 2015 में 40 कैडेटों के लिए हिमाचल प्रदेश में मनाली के निकट माउंट देव-तिब्बा (19688 फीट) तक चलाया गया। अगले चरण के लिए प्रदर्शन के आधार पर 15 कैडेट चुने गए। अगस्त 2015 में दल दूसरे एवरेस्ट पूर्व अभियान त्रिशूल पर्वत (23360 फीट) के लिए रवाना हुआ और एवरेस्ट अभियान के लिए 10 लड़की कैडेटों को चुनने में सहायता मिली।

अभियान पूर्व गतिविधियां 11 जनवरी से 31 जनवरी, 2016 तक सियाचिन बेस कैम्प में चलाई गई। इसका उद्देश्य अभियान में शामिल होने वालों को अत्यंत सर्दी के अनुकूल बनाना और उन्हें बर्फ कला में कौशल बनाना था।

एनसीसी में 1970 में पर्वतारोहण अभियान तथा सहासिक कार्रवाई की शुरूआत की गई। तब से एनसीसी प्रत्येक वर्ष पर्वतारोहण अभियान चलाता है। एक अभियान लड़कों के लिए और दूसरा लड़कियों के लिए होता है। अब तक विभिन्न शिखर पर 70 से अधिक अभियान दल भेजे गए है।