Pm Modi

मायावती के भ्रष्टाचारियों को अखिलेश ने दिया संरक्षण : मोदी

बिजनौर, 10 फरवरी | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में शुक्रवार को यहां प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर नोएडा घोटाले के आरोपी यादव सिंह को बचाने का अरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने मायावती के भ्रष्ट अधिकारी को संरक्षण देने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजनौर में विजय शंखनाद रैली में कहा कि बुलंदशहर दुष्कर्म कांड हुआ तो सपा के नेताओं ने घिनौनी बयानबाजी की। मुख्यमंत्री ने भी मीडिया को कठघरे में खड़ा किया। क्या अखिलेश यादव क्राइम रिकार्ड को झूठलाएंगे?

उन्होंने कहा, “बुलंदशहर हाईवे पर मां-बेटी के साथ जुल्म हुआ, पर सपा को कोई चिंता नहीं। सपा के एक नेता जो मलाई काट रहे हैं, सबसे बड़े भ्रष्टाचारी हैं। उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जाकर माफी मांगनी पड़ी।”

मोदी ने कहा कि सपा ऐसा कुनबा है जिसने अपनी जाति के कुछ लोगों को भला किया। उन्होंने कहा, “नोएडा में एक व्यक्ति जो इंजीनियर था, मायावती जी का बड़ा निकट था। वह भ्रष्टचारी जेल गया। अखिलेश सरकार ने कहा था कि मायावती के कार्यकाल में जितने भ्रष्टचारी हुए, उन्हें ठिकाने लगा देंगे, पर अखिलेश ने उन्हें ठिकाने नहीं लगाया, बल्कि उन्हें अच्छे ठिकाने पर बैठा दिया। हमने सीबीआई जांच बिठाई तो सपा सरकार इसके विरुद्घ सुप्रीम कोर्ट चली गई। आज हमारे के चलते जेल में सड़ रहा है।”

मोदी ने कहा कि एक कुनबा ऐसा भी है, जो फैक्ट्री में आलू बनाने की सोच रहा है। हमने 25 लाख गन्ना किसानों को भुगतान के लिए 22 हजार करोड़ रुपये अपनी तिजोरी से दिया। 32 लाख किसानों के खाते में पैसा जमा कराया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। उन्होंने गठबंधन पर कहा कि एक कुनबे ने 70 साल में देश को तबाह किया, दूसरा उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर रहा है, इन दो कुनबों से यूपी को बचाना है।

हालांकि प्रधानमंत्री ने इस मौके पर यह भी घोषणा कि है कि उप्र में यदि भाजपा की सरकार बनी तो चौधरी चरण सिंह किसान कल्याण कोष की स्थापना की जाएगी।

मोदी ने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सरकार ने कानून का दुरुपयोग कर विरोधी पार्टियों के कार्यकर्ताओं को जेलों में ठूंस दिया।

मोदी ने कहा, “मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपनी पार्टी और पुलिसकर्मियों को एक वर्ष पहले ही यह संदेश दिया था कि ऐसे लोगों की सूची तैयार करें, जो चुनाव में सपा का विरोध करने की ताकत रखते हों। पिछले एक वर्ष में कोई विधानसभा क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई न हुई हो। उन पर फ र्जी मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेलों में भेज दिया गया।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि उप्र में 11 मार्च को चुनाव के नतीजे आने के बाद अखिलेश सरकार का सारा काला चिट्ठा खोल दिया जाएगा।–आईएएनएस

(फाइल फोटो)