राजस्थान की पुलिस हथियारों की दृष्टि से सशक्त : कटारिया

जयपुर, 4 अप्रैल। राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि अपराधियों से निपटने के लिए हमारी पुलिस हथियारों की दृष्टि से पूर्ण रूप से सशक्त है। कटारिया प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।

उन्होंने पुलिस के पास हथियारों की उपलब्धता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान पुलिस के पास 12 बोर पम्प एक्शन गन 2890 हैं तथा 9 एम.एम. पिस्टल 6762, ग्लॉक पिस्टल 1395, 9 एम.एम. कार्बाइन 3436, ए.के.-47 की संख्या 1395, इन्सास राइफल 3180, सेल्फ लोडिंग राइफल 36 हजार 626, सब मशीनगन, 268, एल.एम.जी. 51, 51 एम.एम. मोर्टार 50, राकेट लॉन्चर 16, टीयर गैस गन 1 हजार 266 व 21 वज्र वाहन उपलब्ध हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस के पास वर्तमान में 937 बुलेट प्रूफ जाकेट हैं, इनमें 419 जाकेट आर.ए.सी. के पास हैं। उन्होंने बताया कि त्वरित कार्यवाही बल (क्यू.आर.टी.) के पास भी जाकेट हैं। उन्होंने बताया कि इनकी कमी को देखते हुए 500 जॉकेट और खरीदने का आदेश दिया है जो जल्द ही उपलब्ध हो जाएगी।

कटारिया ने बताया कि पुलिस के पास कुल 7 हजार 221 वाहन उपलब्ध हैं इनमें 2 हजार 608 हल्के वाहन (कारें) तथा 3 हजार 407 मोटर साइकिलें उपलब्ध हैं। ये सभी वाहन 6 या 7 साल से अधिक पुराने नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक थाने को नया से नया वाहन उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों को एक माह का हथियारों का प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाएगा।

कटारिया ने पुलिस कर्मियों को सरकार द्वारा दिए जाने वाले भत्तों के बारे में बताया कि पहले का मैस भत्ता 550 रुपये था तथा वर्तमान में हमारी सरकार ने 1600 रुपये किया है। सहायक उप निरीक्षक से निरीक्षक तक 1750 रुपये मैस भत्ता मिलता है। मोटर साइकिल चालक पुलिस कर्मियों को 5 लीटर पेट्रोल प्रतिमाह के हिसाब से मिलता है। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) के पुलिस कर्मियों को 25 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता मिलता है।

उन्होंने बताया कि पुलिस आधुनिकीकरण के लिए प्राप्त राशि को समय पर खर्च करने के कारण पूर्व वित्त वर्ष में 26 करोड़ अतिरिक्त मिले हैं तथा चालू वित्तीय वर्ष में 48 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।