वीर सक्सेना

राजस्थान के जाने माने पत्रकार और साहित्यकार वीर सक्सेना नहीं रहे

नई दिल्ली, 09फ़रवरी। राजस्थान के जाने माने पत्रकार और साहित्यकार वीर सक्सेना नहीं रहे।

जीवन के 70 दशक पार कर चुके  वीर सक्सेना का आज शाम जयपुर में देहांत हो गया। वे काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे।

सक्सेना शैल्बी अस्पताल में भर्ती थे जहाँ उन्होंने आज शाम  अंतिम सांस ली।

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार बुधवार शाम 4 बजे, जयपुर के अजमेर रोड, चुंगी के पास के मोक्ष धाम में किया जाएगा।

उन्होंने राजस्थन के प्रमुख समाचार पत्रों में संपादक और ब्यूरो प्रमुख के रूप में काम किया और लोकप्रियता प्राप्त की थी। वे आकाशवाणी के साथ लंबे समय तक सेवा रत रहे।

वीर सक्सेना 1984 से 2005 तक राजस्थान पत्रिका में पूर्व कार्यकारी संपादक भी रहे।

उन्होंने पत्रकार के रूप में 25 से अधिक देशों का दौरा किया। पत्रकार के रूप में उन्होंने प्रधानमंत्रियों के साथ भी कई विदेश यात्राएँ कीं।

मस्त मौला और दोस्तों की महफिल को खुशनुमा रंग देने वाले वीर सक्सेना ने एक जमाने में अपनी काव्य रचनाओं से भी लोकप्रियता अर्जित की थी।

स्टेट पब्लिक रिलेशंस ऑफ़िसर्स ऐसोसीएशन ओफ़ इण्डिया के पूर्व अध्यक्ष और राजस्थान सूचना  विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रहे गोपेंद्र नाथ भट्ट ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

भट्ट ने कहा कि उन्होंने कई युवा पत्रकारों  को  दीक्षित किया। उनकी पत्रकारिता और साहित्य सृजन की समझ गजब की थी।

उनके पुराने साथी वरिष्ठ पत्रकार जगदीश शर्मा ने यह दुःखद खबर देते हुए लिखा ‘हम सब के अजीज वीर भाई नहीं रहे।’