लैंड फॉर लाइफ अवार्ड

संयुक्त राष्ट्र संघ का पुरस्कार लैंड फॉर लाइफ अवार्ड प्रो. श्यामसुंदर ज्याणी को

राजस्थान के एक जलवायु कार्यकर्ता प्रो. श्यामसुंदर ज्याणी को संयुक्त राष्ट्र संघ (UNCCD) का लैंड फॉर लाइफ अवार्ड 2021 (The Land for Life Award)  प्रदान किया गया है। प्रो. ज्याणी डूंगर कालेज बीकानेर में प्रोफेसर हैं।

प्रो. श्याम सुंदर ज्याणी को पर्यावरण संरक्षण अवधारणा, पारिवारिक वानिकी के लिए अवार्ड प्रदान किया गया है। इसकी घोषणा 17 जून 2021 को मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने के लिए मनाये जाने वाले विश्व दिवस के अवसर पर की गई।

पुरस्कार की इस साल की 8 लोगों की ज्यूरी में एक भी भारतीय विशेषज्ञ नहीं था।

लैंड फॉर लाइफ अवार्ड पुरस्कार हर दो साल में दिया जाता है। यह पुरस्कार भूमि की दिशा में संतुलन के प्रयासों में उत्कृष्टता और नवाचार को मान्यता प्रदान करता है। एक प्रकार से यह पुरस्कार भूमि की गुणवत्ता में सुधार के प्रयासों को मान्यता प्रदान करता है।

लैंड फॉर लाइफ अवार्ड प्रभावशाली समग्र दृष्टिकोण और प्रथाओं को पुरस्कृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो भूमि क्षरण को रोकने के साधन और स्थायी भूमि प्रबंधन के पारिस्थितिक और सामाजिक पहलुओं को संबोधित करते हैं।

यह पुरस्कार अनुकरणीय और नवोन्मेषी पहलों के माध्यम से भूमि बहाली और संरक्षण में लगे सबसे विविध परिवर्तन निर्माताओं को दिया जाता है। भूमि पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के अलावा, पिछले विजेताओं को व्यक्तिगत जीवन, समुदायों और बड़े पैमाने पर समाज पर उनके सकारात्मक प्रभाव के लिए मान्यता दी गई है।

इस वर्ष का विषय “स्वस्थ भूमि, स्वस्थ जीवन” अनुशंसित उम्मीदवारों को हरित और स्थायी वसूली के लिए COVID-19 संकट के दौरान और बाद में समाधान के हिस्से के रूप में भूमि पर प्रतिबिंबित करने के लिए आमंत्रित करता है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी और कहा “डूंगर कॉलेज बीकानेर के प्रोफ़ेसर श्यामसुंदर ज्याणी जी को UN द्वारा भूमि संरक्षण हेतु प्रदत्त दुनिया के सबसे बड़े पुरस्कार Land For Life Award-2021 के लिए चुना जाना गर्व का विषय है। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में मिले इस उत्कृष्ट सम्मान के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं।”