लखनऊ, 20 अक्टूबर ।शौचालय नारी गरिमा व सुरक्षा से जुड़ा एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसीलिए शौचालय को ‘इज्जतघर’ नाम दिया गया है। स्वच्छता के माध्यम से ही समाज को एक बेहतर दिशा दी जा सकती है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान, वित्त आयोग, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) व मनरेगा कन्वर्जेंस के अन्तर्गत 7,053.45 करोड़ रुपये की लागत के 18,847 सामुदायिक शौचालयों और 377 पंचायत भवनों का लोकार्पण तथा 35,058 सामुदायिक शौचालयों व 21,414 पंचायत भवनों का वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास करते हुए 19 अक्टूबर, 2020 को ये बातें कही।
स्वच्छता की कीमत क्या हो सकती है, इसका महत्व पूर्वी उत्तर प्रदेश में हमें देखने को मिलता है, जहां इन्सेफेलाइटिस से बड़ी संख्या में लोग काल कवलित हो जाते थे।
इन्सेफेलाइटिस से होने वाली मौत के आकड़ों में 95 प्रतिशत की कमी आयी है। इसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत कराये गये कार्य का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
स्वच्छता से हमारे जीवन में व्यापक परिवर्तन आते हैं। यह बातें यूनिसेफ जैसी संस्थाएं भी स्वीकार करती हैं।
उत्तर प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत 02 करोड़ 61 लाख से अधिक व्यक्तिगत शौचालय बनाये गये हैं। इस तरह प्रदेश सरकार ने निर्धारित समय से पूर्व उत्तर प्रदेश को ओ.डी.एफ. मुक्त करने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत बनने वाले शौचालय रोजगार का महत्वपूर्ण माध्यम भी हैं।
शौचालय : प्रदेश में लगभग 59,000 ग्राम पंचायतें हैं, जहां सामुदायिक शौचालय निर्मित हो रहे हैं। इन सामुदायिक शौचालयों में नियमित साफ-सफाई हेतु महिला स्वयं सहायता समूह में से किसी एक महिला का चयन कर उसे 6,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार महिलाओं को सम्मान देने का कार्य कर रही है। इसके दृष्टिगत कई जनपदों में महिलाओं के लिए ‘पिंक सामुदायिक शौचालय’ भी बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 43 प्रतिशत महिला ग्राम प्रधान हैं। जो प्रदेश में महिलाओं की प्रगतिशील सोच को दर्शाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जनपद अलीगढ़, गोरखपुर, ललितपुर, प्रयागराज व मीरजापुर के ग्राम प्रधानों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया।
उन्होंने ग्राम प्रधानों से ग्रामों के विकास के दृष्टिगत बातचीत की तथा गांवों को बेहतर बनाकर ही हम आमजन को स्तरीय सुविधाएं स्थानीय स्तर पर दे सकते हैं।
ज्ञातव्य है कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान में जनपद प्रयागराज, हरदोई एवं फतेहपुर को सम्पूर्ण देश में क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। साथ ही, सामुदायिक शौचालय निर्माण में जनपद बरेली एवं अलीगढ़ राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर हैं।
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