हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में ऐतिहासिक पीएसएलवी- सी-33 का प्रक्षेपण महत्वपूर्ण : राष्ट्रपति

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (जनसमा)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 1जी आईआरएनएसएस ले जा रहे पीएसएलवी- सी-33 के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी है। आईआरएनएसएस- 1जी भारतीय क्षेत्रीय दिशासूचक उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) की श्रृंखला का सातवां और अंतिम दिशासूचक उपग्रह है।

राष्ट्रपति ने इसरो के अध्यक्ष ए एस किरण कुमार को भेजे संदेश में कहा, “मैं भारतीय क्षेत्रीय दिशासूचक उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) के दिशासूचक उपग्रह की श्रेणी का सातवां और अंतिम दिशासूचक आईआरएनएसएस-1जी ले जा रहे पीएसएलवी सी-33 के सफल प्रक्षेपण के लिए आपको और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की पूरी टीम को हार्दिक बधाई देता हूं।”

प्रणब मुखर्जी ने कहा, “हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में ऐतिहासिक पीएसएलवी- सी-33 का प्रक्षेपण महत्वपूर्ण है। अब भारत उन देशों के समूह में शामिल हो गया है जिनकी अपनी क्षेत्रीय दिशासूचक उपग्रह प्रणाली है। इससे अंतरिक्ष प्रक्षेपण टैक्नोलॉजी में भारत की बढ़ती क्षमताओं का पता चलता है। राष्ट्र इस उप‍लब्धि से गौरवान्वित है।”

राष्ट्रपति ने कहा, “कृपया आपकी टीम के सभी सदस्यों और इस महान मिशन में शामिल अन्य लोगों को मेरी ओर से बधाई दें। मैं कामना करता हूं कि इसरो अपने भविष्य के प्रयासों में भी ऐसी ही सफलता हासिल करता रहे।”

फाईल फोटोः राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी।