हरियाणा के जिलों की संख्या 21 से बढक़र 22 हुई, दादरी बना नया जिला

हरियाणा के जिलों की संख्या 21 से बढक़र 22 हुई, दादरी बना नया जिला

चण्डीगढ़, 19 सितंबर (जस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के सबसे बड़े उपमंडल दादरी को नया जिला बनाने की  घोषणा की और इसके साथ ही प्रदेश में जिलों की संख्या 21 से बढक़र 22 हो गई है। मुख्यमंत्री ने दादरी विधानसभा क्षेत्र के लिए 112 करोड़ रूपये की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला एवं उद्घाटन कर पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान दादरी के साथ हुए भेदभाव को पाटने का कार्य किया।

मुख्यमंत्री रविवार को दादरी की नई अनाज मंडी में दादरी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की ओर से पूर्व में प्रत्याशी रहे सोमवीर सांगवान व बाढड़़ा से विधायक सुखवीन्द्र माण्डी द्वारा आयोजित विकास रैली में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने स्मरण करवाया कि संघ के रूप में दादरी को 1992 से जिला बनाया हुआ था, जिसके वे महामंत्री रहे थे तथा आज यह उनका सौभाग्य है कि एक मुख्यमंत्री के रूप में दादरी के लोगों की मांग के अनुरूप जिला घोषित करने का अवसर उन्हें मिला है।

उन्होंने कहा कि पंचकुला, यमुनानगर व पलवल को पिछली सरकारों ने जिला बना दिया था, परन्तु दादरी के लोगों से क्यों डर लगा ? मुझे समझ नहीं आता। भारी भीड़ से गदगद हुए मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि विकास के कार्यों के लिए बजट की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। जिन-जिन गांवों में सामुदायिक केन्द्र बनवाने की आवश्यकता है सरकार की ओर से उन गांवों को दस-दस लाख रूपये की राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी तथा शेष राशि गांव के लोग सामूहिक रूप से एकत्रित कर लगा सकते हैं।

मनोहर लाल ने दादरी शहर की पेयजल पाईप लाईन के लिए 1.90 करोड़ रूपये देने, गांधीनगर से अनाज मंडी तक पैदल-पार ऊपरीगामी रेलवे पुल के लिए 3.5 करोड़ रूपये देने, दस गांवों में व्यायामशालाएं, दादरी ड्रेन का कार्य पूरा करवाने, 80 गांवों में चकबंदी का कार्य शीघ्र पूरा करवाने, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड व लोक निर्माण विभाग की रखी गई मांगों के अनुरूप सडक़ों का कार्य पूरा करवाने और बाढड़़ा विधानसभा क्षेत्र में 25 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाने पर लडक़ों का राजकीय महाविद्यालय खोलने, बलाली में कुश्ती हाल का निर्माण करवाने, घसौला में कौशल विकास केन्द्र खोलने, रखी गई मांगों के अनुरूप स्कूलों में नए कमरों व चार दीवारी का निर्माण पूरा करवाने, नहरों व रजवाहों की रखी गई पैंतीस मांगें पूरी करवाने, पैंतावास कलां व कमोद में 33 के०वी० के सब स्टेशन, बौन्दकलां के सब-यार्ड को उप-खरीद केन्द्र बनाने की भी घोषणा की।