हाथरस में जलभराव, राह चलना दूभर - जनसमाचार

हाथरस में जलभराव, राह चलना दूभर

हाथरस/सासनी (उप्र), 31 जुलाई। बारिश के कारण हाथरस के बिजलीघर और तहसील परिसर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। सभी रास्ते डूब गए हैं, वहीं बिजलीघर में पानी भर जाने से बंद की गई बिजली के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को जलभराव की स्थिति देखकर लोगों को चिंता सता रही है कि सोमवार को कामकाज कैसे होगा। तहसील कार्यालय और बिजलीघर में बारिश का पानी घुसने के कारण अक्सर विकट स्थिति पैदा हो जाती है। लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।

तहसील परिसर में जलभराव होने से वकीलों के बिस्तरों पर पानी चलने लगता है। इस कारण बारिश होने पर उनके पास वादी या प्रतिवादी नहीं आते।

वहीं बिजलीघर का फाउंडेशन नीचा होने के कारण मशीन में पानी चला जाता है। साथ ही एचटी लाइन के तार पानी में डूब जाते हैं। इससे वहां मौजूद अधिकारियों को बिजली काटनी पड़ती है।

इसके अलावा बिजलीघर कालोनी मे जाने वाले लोगों को गंदे पानी के बीच होकर पैदल ही जाना होता है, जिससे लोगों को बीमारी फैलने का डर रहता है। बहरहाल, बिजली न होने से व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है।

इसके अलावा बीमार लोगों को पंखे की हवा नहीं मिल सकती। साथ ही लोग पीने के पानी तथा खाना बनाने के लिए तरस जाते हैं। लोगों ने उच्चाधिकारियों से बिजलीघर में हो रहे जलभराव से निजात पाने के लिए उचित कार्रवाई करने की मांग की है। तहसील परिसर में भी जलभराव की समस्या को लेकर वकीलों ने भी उच्चाधिकारियों से शिकायत की है।हाथरस/सासनी (उप्र), 31 जुलाई (आईएएनएस/आईपीएन)। बारिश के कारण हाथरस के बिजलीघर और तहसील परिसर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। सभी रास्ते डूब गए हैं, वहीं बिजलीघर में पानी भर जाने से बंद की गई बिजली के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को जलभराव की स्थिति देखकर लोगों को चिंता सता रही है कि सोमवार को कामकाज कैसे होगा। तहसील कार्यालय और बिजलीघर में बारिश का पानी घुसने के कारण अक्सर विकट स्थिति पैदा हो जाती है। लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।

तहसील परिसर में जलभराव होने से वकीलों के बिस्तरों पर पानी चलने लगता है। इस कारण बारिश होने पर उनके पास वादी या प्रतिवादी नहीं आते।

वहीं बिजलीघर का फाउंडेशन नीचा होने के कारण मशीन में पानी चला जाता है। साथ ही एचटी लाइन के तार पानी में डूब जाते हैं। इससे वहां मौजूद अधिकारियों को बिजली काटनी पड़ती है।

इसके अलावा बिजलीघर कालोनी मे जाने वाले लोगों को गंदे पानी के बीच होकर पैदल ही जाना होता है, जिससे लोगों को बीमारी फैलने का डर रहता है। बहरहाल, बिजली न होने से व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है।

इसके अलावा बीमार लोगों को पंखे की हवा नहीं मिल सकती। साथ ही लोग पीने के पानी तथा खाना बनाने के लिए तरस जाते हैं। लोगों ने उच्चाधिकारियों से बिजलीघर में हो रहे जलभराव से निजात पाने के लिए उचित कार्रवाई करने की मांग की है। तहसील परिसर में भी जलभराव की समस्या को लेकर वकीलों ने भी उच्चाधिकारियों से शिकायत की है।

–आईएएनएस