21वीं सदी एशिया की सदी

ग्वांगझोऊ, 25 मई | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी बन रही है और यह व्यापक तौर पर भारत और चीन की उपलब्धियों पर निर्भर है।

चीन के इस शहर में भारतीय समुदाय की एक समूह को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत और चीन दुनिया के सबसे बड़े विकासशील देश हैं।

उन्होंने कहा, “21वीं सदी की संभावना एशिया की सदी बन रही है और यह ज्यादातर भारत और चीन की उपलब्धियों पर अलग-अलग और सामूहिक रूप से निर्भर करेगी।”