मणिपुर में शुरुआती घंटों में 25 फीसदी मतदान

इम्फाल, 4 मार्च | मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत शनिवार को जारी मतदान के शुरुआती घंटों में 25 फीसदी मतदान हुआ। एक अधिकारी ने सुबह 9.30 बजे इसकी जानकारी दी।

पहले मतदान करने वालों में मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला भी रहीं।

फाइल फोटो: मणिपुर के पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की कतार। (आईएएनएस)

वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों के लिए विशेष प्रावधान किए गए ताकि उन्हें लंबी कतारों में लगने से बचाया जा सके।

पहली बार पुलिस और राज्य सरकार के सुरक्षाबलों को मतदान केंद्रों में घुसने नहीं दिया गया।

एक उम्मीदवार के सहयोगी लोंगजान टोंबा ने आईएएनएस को बताया कि यह पहली बार है जब उन्हें और उनके सहयोगियों को मतदान केंद्र परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

उन्होंने कहा, “हम एक उम्मीदवार के अंगरक्षक हैं। उम्मीदवार के अंदर मतदान करने के जाने के दौरान हमें बाहर की रहना पड़ा।”

एक पुलिसकर्मी रॉकी लेश्रम ने बताया, “मैं अंदर मतदान करने गया। मुझे मुख्य द्वार पर ही रोककर मेरी सर्विस बंदूक की जांच की गई।”

सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिकबलों की तैनाती की गई है। मतदाता के अतिरिक्त अन्य लोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है।

एक पुलिसकर्मी ने बताया, “आमतौर पर लोग दोपहर के भोजन के बाद बड़ी संख्या में मतदान करने आते हैं। हमें दोपहर तीन बजे के बाद बड़ी संख्या में लोगों के मतदान करने की उम्मीद है। अब तक फर्जी वोटिंग का कोई मामला सामने नहीं आया है।”

मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान हो रहे हैं। पहले चरण के तहत शनिवार को 38 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। शेष सीटों के लिए मतदान आठ मार्च को होंगे।

पहले चरण के तहत इम्फाल पूर्व, इम्फाल पश्चिम, बिष्णुपुर, चूड़ाचंदपुर, कांगपोकपी और फेरेजोल जिलों में मतदान हो रहे हैं।

पहले चरण के तहत 168 उम्मीदवार चुनवी मैदान में हैं, जिसमें छह महिलाएं भी हैं।

पहले चरण के मतदान में 5,44,050 पुरुष मतदाता और 5,75,220 महिला मतदाता हैं।

राज्य में 1,643 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सभी 38 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 37 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं।

इस चुनाव को राज्य में ओकराम इबोबी सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के लिए अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।

यहां कांग्रेस सरकार पिछले 15 वर्षो से सत्ता में बनी हुई है।             –आईएएनएस