विश्व-शांति का मार्ग प्रशस्त करता है पं. दीनदयाल उपाध्याय का दर्शन : शिवराज

विश्व-शांति का मार्ग प्रशस्त करता है पं. दीनदयाल उपाध्याय का दर्शन : शिवराज

भोपाल, 30 सितंबर (जस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का दर्शन मानव- कल्याण का दर्शन है। उनका यह दर्शन भौतिक कल्याण के साथ विश्व-शांति का मार्ग भी प्रशस्त करता है। शिवराज गुरूवार को ग्वालियर में रामनारायण धर्मशाला में पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत, मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य उपस्थित थे।

चौहान ने कहा कि रामनारायण धर्मशाला वही जगह है, जहाँ पण्डितजी ने एकात्म मानववाद का दर्शन पहली बार दुनिया के सामने प्रतिपादित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धर्मशाला ही नहीं, बल्कि एक तीर्थ है, जहाँ हम सब जनता की सेवा की प्रेरणा प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ आकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हूँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद दर्शन के जरिये देश-दुनिया को एक नई राजनैतिक और सामाजिक विचारधारा दी। चौहान ने कहा कि पण्डितजी का दर्शन मनुष्य को केवल शरीर नहीं मानता, बल्कि बुद्धि और आत्मा मानकर सबके कल्याण पर विचार करता है। उन्होंने कहा कि इस दर्शन पर चलकर ही हम देश की प्रगति और विकास के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं।

केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हम पं. दीनदयाल उपाध्यायजी के मार्ग पर चलकर समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिये समर्पित होकर काम करें।