भारत, म्यांमार की नई सरकार के साथ : मोदी

वियनतियाने, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को म्यांमार की स्टेट काउंसलर व विदेश मंत्री आंग सान सू की से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत हमेशा म्यांमार में नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) की नई सरकार के साथ खड़ा रहेगा। उनकी यह मुलाकात यहां 14वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन तथा 11वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर हुई। यह इस साल मार्च में सू की पार्टी एनएलडी के सत्ता में आने के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात थी।

दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव में एनएलडी की जीत पर आंग सान सू की को बधाई दी।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘लोकतंत्र की आइकन’ सू की का स्वागत किया।

स्वरूप ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हमेशा म्यांमार की सरकार और वहां के लोगों के साथ खड़ा रहेगा। नई सरकार लोगों की उम्मीदों व आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश कर रही है।”

मोदी ने यह भी कहा कि वह गोवा में अगले माह होने वाले ब्रिक्स-बिम्सटेक आउटरीच समिट के दौरान सू की से मुलाकात की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

स्वरूप के अनुसार, “आंग सान सू की ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि वह भी भारत दौरे को लेकर उत्सुक हैं, जहां उन्हें घर जैसा महसूस होता है।”

उल्लेखनीय है कि सू की के शुरुआती जीवन का एक हिस्सा भारत में बीता है और उन्होंने नई दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ाई की।

पिछले महीने म्यांमार के राष्ट्रपति यू हटिन क्याव ने भारत यात्रा की थी। यह राष्ट्रपति बनने के बाद उनका पहला आधिकारिक विदेश दौरा था।

सू की ने गुरुवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्हें म्यांमार में शांति एवं सुलह प्रक्रिया में प्रगति से अवगत कराया। दोनों पक्षों ने भारत-म्यांमार सुरक्षा सहयोग की भी सकारात्मक समीक्षा की।

स्वरूप ने कहा, “उन्होंने दुग्ध उत्पादन, पशुपालन व कृषि जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की।”

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने दलहन को लेकर संभावित समझौते का मुद्दा भी उठाया, जिस पर विदेश मंत्री के म्यांमार दौरे के दौरान चर्चा हुई थी।”

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पिछले माह नेपेडा गई थीं, जिसके बाद म्यांमार के राष्ट्रपति क्याव का चार दिवसीय भारत दौरा हुआ।

स्वरूप के अनुसार, मोदी और सू की ने दोनों देशों के साझा बौद्ध विरासतों को लेकर सहयोग पर भी चर्चा की।

मोदी ने सम्मेलनों से इतर लाओस के अपने समकक्ष थोंगलाउन सिसोउलिथ, दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी मुलाकात की।

–आईएएनएस