Vikas Dubey killed

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पांच दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर

कानपुर, 08 जुलाई (हि.स.)। सीओ और तीन सब इंस्पेक्टरों समेत आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतारने वाला हिस्ट्रीशीटर (history sheeter) विकास दुबे (Vikas Dubey ) घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस विकास की तलाश के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सहित चार प्रदेशों में कांबिंग कर रही है।
इन सबके बीच बुधवार को एक बार फिर पुलिस ने उस पर इनाम की धनराशि बढ़ाते हुए पांच लाख रुपये कर दिया है। इसके साथ ही कानपुर(Kanpur)  सहित पूरे उत्तर प्रदेश में पोस्टर लगाये जा रहे हैं। पुलिस हरियाणा में विकास के काफी नजदीकी पहुंच चुकी है और संभावना है कि जल्द जिंदा या मुर्दा पकड़ा जाएगा।
चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey ) को गुरुवार की रात सीओ बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा की अगुवाई में पुलिस टीम एक हत्या के प्रयास के मुकदमे में उसे पकड़ने गयी थी, जहां पर विकास और उसके गुर्गों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गये। घटना के बाद से पुलिस लगातार दबिशें दे रही है पर पांच दिन बाद भी वह पकड़ा नहीं गया। हालांकि सूत्रों के मुताबिक पुलिस उसके नजदीक पहुंच चुकी है और हरियाणा के फरीदाबाद के आस-पास जल्द पकड़ा जा सकता है।
इसी बीच कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल ने विकास पर इनाम की धनराशि बढ़ाने के लिए डीजीपी को संस्तुति भेजी और डीजीपी ने मुहर लगा दी। इस प्रकार अब विकास दुबे (Vikas Dubey ) पर पांच लाख रुपये का इनाम हो गया है। आईजी ने बताया कि विकास दुबे (Vikas Dubey ) के बारे में सही जानकारी देने वाले को न केवल इनाम दिया जाएगा, बल्कि उसकी पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।
इससे पहले विकास दुबे (Vikas Dubey ) पर पचास हजार का इनाम था जिसे बाद में बढ़ा कर एक लाख और फिर सोमवार को ढाई लाख रुपये कर दिया गया था। अब जब पुलिस उसके काफी नजदीक पहुंच चुकी है तो इनामिया राशि पांच लाख रुपये कर दी गयी है, ताकि जनता का भी तेजी से सहयोग मिल सके।