Piggy bank

कई परिवारों में बच्चों ने गुल्लक तोड़कर मम्मी-पापा को पैसे दिए

बहराइच (उप्र), 14 नवंबर । इन दिनों लोगों की जेब या तो खाली रहती है, या बदलवाने के लिए पुराने नोट, होते हैं। लोगों का रोजमर्रा का जीवन प्रभावित हो रहा है। हाल यह है कि बैंकों और एटीएम बूथों से मायूस लौटे पिता की आखों में बच्चों के गुल्लक से चमक लौट आती है। कई परिवारों में मम्मी-पापा के आदेश पर बच्चों ने गुल्लक तोड़कर उन्हें पैसे दिए। किसी को बैंक से पैसे मिलने पर दोगुना पैसे गुल्लक में जमा करने का आश्वासन मिला तो किसी को गुल्लक के पैसे के एवज में साइकिल व अन्य तोहफा देने का आश्वासन अभिभावकों ने दिया है।

500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद मध्यम और सामान्य परिवार के लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। हालात ये हैं कि पैसा बैंक में था और निकल नहीं पा रहा है। एटीएम काम नहीं कर रहे हैं। हजार, पांच सौ के जो नोट थे, वह बाजार में दुकानदार ले नहीं रहे। ऐसे में रोजमर्रा के खर्च प्रभावित हो रहे हैं। किसी की जेब में पांच रुपये तो किसी की जेब में 10 रुपये बचे हैं। परेशान गृहस्वामी परिवार का खर्च कैसे चले, इसी ऊहापोह में है। ऐसे में बच्चों के गुल्लक से उनके चेहरे पर रौनक आई है।

शहर के मोहल्ला खत्रीपुरा निवासी आलोक श्रीवास्तव के पुत्र अंश श्रीवास्तव और आंशी श्रीवास्तव ने शनिवार को अपने गुल्लक तोड़कर पापा को ढाई हजार रुपये दिए। आलोक ने बताया कि तीन दिन से पैसों की समस्या से जूझ रहे हैं। बच्चों के गुल्लक का पैसा मिलने के बाद काफी हद तक राहत मिली है।

अंश और आंशी ने कहा कि गुल्लक से निकले पैसे का दोगुना पैसा फिर गुल्लक में जमा करवाने की बात मम्मी-पापा ने कही है।

शहर के दीवानी कचेहरी के निकट के निवासी अधिवक्ता विवेक कुमार के पुत्र वंश और विराज ने भी अपने गुल्लक से माता-पिता के रोजमर्रा के खर्च में मदद की है। वंश और विराज के गुल्लक से भी लगभग 2600 रुपये निकले। इससे परिवार को काफी राहत मिली है।

अधिवक्ता विवेक कुमार ने कहा कि बेटे और बेटियों ने साइकिल की इच्छा जताई है। बैंक से लेन-देन सामान्य होने पर दोनों को तोहफे के रूप में साइकिल देंगे।

खत्रीपुरा निवासी दीपक श्रीवास्तव की बेटी अनन्या और दीया के गुल्लक से भी लगभग दो हजार रुपया निकला। अनन्या और दीया ने अपनी कोई डिमांड माता-पिता के सामने नहीं रखी है। हालांकि व्यवसायी दीपक का कहना है कि बेटियों के गुल्लक से निकले पैसे के सापेक्ष दोगुना पैसे जमा कर दूसरा गुल्लक देंगे। साथ ही जो भी डिमांड होगी, पूरी करेंगे।(आईएएनएस/आईपीएन)