Shivraj Singh

मंदसौर की घटना अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण : चौहान

भोपाल, 6 जून (जनसमा)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंदसौर की घटना अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे उन्हें भारी दुख और तकलीफ हुई है। प्रशासन को ये निर्देश सदैव दिये गये है कि किसानों के साथ चर्चा करें और बहुत ही सद्भाव के साथ इस आंदोलन में भाग ले रहे किसानों से बात करें। लेकिन असामाजिक तत्व इस आंदोलन में घुस गये। पिछले दिनों जिस तरह की घटनाएँ हो रहीं थीं, वे तकलीफदेह और दुर्भाग्यपूर्ण थीं।

मंदसौर की घटना में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। वे परिवार अब हमारे परिवार हैं और हम उनके साथ खड़े हैं। उन परिवारों हर संभव सहायता की जायेगी। उन परिवारों को 10 लाख रूपये की सहायता राशि दी जायेगी। इसी तरह गंभीर घायलों को एक लाख रूपये की सहायता तथा उनकी नि:शुल्क चिकित्सा करवायी जायेगी।

फाइल फोटो :  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी किसानों से अपील की है वे धैर्य रखें, हम चर्चा के माध्यम से हर समस्या के समाधान के लिये हमेशा तैयार हैं और अपने किसानों के साथ खड़े हैं। हिंसा फैलाने वालों के मंसूबे कामयाब नहीं होने दें। अपना प्रदेश सदैव शांति का टापू रहा है। एक बार फिर हम धैर्य, संयम और शांति के साथ अगर कोई समस्या है तो उसके समाधान के लिये आगे बढ़ें और अपने प्रदेश को शांति की दिशा में ले जाने का प्रयास करें।

हमारी सरकार किसानों की सरकार है और पिछले ग्यारह सालों में लगातार किसानों के हित में अनेक बड़े फैसले लिये हैं। असंभव सी लगने वाली मांगों को भी हमने पूरा करने का प्रयास किया है। अभी पिछले दो दिनों में किसान भाइयों से चर्चा के बाद उनकी प्याज खरीदी सहित जो मांगें थीं, हमने पूरी की हैं। राज्य सरकार पूरी संवेदना के साथ अपने किसानों के साथ खड़ी है। लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने षड़यंत्र के तहत इस आंदोलन को हिंसात्मक रंग रूप देने का प्रयास किया। कई जगह वे लगातार प्रयास करते रहे कि कैसे भी अशांति‍फैल जाये ताकि इस पर राजनीति की जा सके।

मंदसौर की घटना में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। वे परिवार अब हमारे परिवार हैं और हम उनके साथ खड़े हैं। उन परिवारों हर संभव सहायता की जायेगी। उन परिवारों को 10 लाख रूपये की सहायता राशि दी जायेगी। इसी तरह गंभीर घायलों को एक लाख रूपये की सहायता तथा उनकी नि:शुल्क चिकित्सा करवायी जायेगी।