Subbulakshmi,

एम एस सुब्बुलक्ष्मी का संगीत अमर है : वैंकेया नायडू

Naiduनई दिल्ली, 19 सितंबर । उप राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने कहा है कि डॉक्टर एम एस सुब्बुलक्ष्मी  का संगीत अमर है एवं देश में हर कोई उनके संगीत से प्रभावित तथा रोमांचित है।

सुब्बुलक्ष्मी एक अपूर्व और प्रतिष्ठित शख़्सियत थीं जिन्होंने महात्मा गांधी से लेकर सामान्य व्यक्ति, सभी को मंत्रमुग्ध किया। वह सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न पाने एवं संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय संगीत की प्रस्तुति देने वाली पहली संगीतकार थी।

वह डॉक्टर एम एस सुब्बुलक्ष्मी पर आज यहां एक प्रदर्शनी के उद्घाटन एवं उनकी जन्मशती महोत्सव पर एक संस्मारक सिक्का जारी करने के लिये आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सच्चे अर्थों में बहुलता के बेशुमार रंग समेटे विभिन्न प्रकार के संगीत की संपन्न सांस्कृतिक विरासत वाली भूमि है। उन्होंने आगे कहा कि संगीत की यह संपन्न सांस्कृतिक विरासत और सभी धर्मों, जातियों, क्षेत्रों और समुदायों के लोगों को करीब लाने में इसकी भूमिका भारत को परिभाषित करती है।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संगीत की जड़ें वैदिक साहित्य, विशेषकर सामवेद में समाई हैं और हमारे प्राचीन संगीत से संबंधित प्रत्येक सुर एवं ताल को संरक्षित एवं प्रसारित किया जाना चाहिये। उन्होंने आगे कहा कि यह हमारा अपरिहार्य कर्तव्य है कि पूर्वजों द्वारा दी गई इस सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण किया जाय एवं अगली पीढ़ी तक इसको प्रसारित किया जाय।

नायडू ने कहा कि  जब सुब्बुलक्ष्मी ने विभिन्न रचनाओं को संगीतबद्ध कर अपनी आवाज़ दी तो संगीत में दिव्यता आ गई।