गुजराती कवि सितांशु यशश्चंद्र को सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार सरस्‍वती सम्‍मान

AIR tweet Sarswati sammanजाने माने गुजराती कवि सितांशु यशश्चंद्र को सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार सरस्‍वती सम्‍मान 2017 से पुरस्‍कृत किया गया है।

यह जानकारी आकाशवाणी ने ट्वीट करके दी है।

इस समय वह गुजराती साहित्य परिषद के अध्यक्ष हैं।

पद्मश्री से सम्मानित गुजराती कवि सीतांशु यशाश्चंद्र का जन्म 18 अगस्त, 1941 में गुजरात में भुज में हुआ।

कई सालों तक वह बड़ोदरा यूनिवर्सिटी में गुजराती पढ़ाते रहे थे। उन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

सरस्वती सम्मान भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध 22 भारतीय भाषाओं में से किसी भी भाषा के उत्कृष्ट साहित्यिक गद्य या काव्य के लिए वार्षिक पुरस्कार के रूप में प्रदान किया जाता है।

सीतांशु यशश्चंद्र का 1987 का फोटो डीवीआई फोटो लायब्रेरी से

यह सम्मान विद्या की देवी सरस्वती के नाम पर रखा गया है और इसे भारत में सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कारों में से एक माना जाता है।

सरस्वती सम्मान की स्थापना 1991 में के .के. बिरला फाउंडेशन द्वारा की गई थी। इसमें 15 लाख रुपया , प्रशस्ति पत्र और पट्टिका प्रदान की जाती है।

सबसे पहला सास्वती सम्मान पुरस्कार हिन्दी के सुविख्यात कवि डाॅ. हरिवंशराय बच्चन को दिया गया था।