Amit Shah

पार्टी में लोकतंत्र नहीं है तो वह देश का भला कभी नहीं कर सकती : शाह

मुंबई, 19 जून (जनसमा)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि देश में लगभग 1650 छोटी-बड़ी पार्टियों में से आज सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके अंदर आतंरिक लोकतंत्र बचा हुआ है। यदि पार्टी के अंदर ही लोकतंत्र नहीं है तो वह देश का भला कभी नहीं कर सकती है।

शाह  ने अपने तीन दिवसीय महाराष्ट्र प्रवास के तीसरे और अंतिम दिन रविवार को के बी जे हॉल में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार की उपलब्धियों व पार्टी की विचारधारा पर विस्तार से चर्चा की।

ज्ञात हो कि शाह देश के सभी राज्यों में कुल 110 दिनों के अपने विस्तृत प्रवास कार्यक्रम के तहत अभी महाराष्ट्र में हैं। इससे पहले शाह ने मुंबई के सह्याद्रि गेस्ट हाउस में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष एवं कार्य विस्तारक योजना के तहत महाराष्ट्र में चल रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की।

शाह ने कहा कि किसी भी मल्टीपार्टी डेमोक्रेटिक पार्लियामेंट्री सिस्टम में किसी भी पार्टी का मूल्यांकन तीन चीजों के आधार पर होना चाहिए – पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र, पार्टी का सिद्धांत और सत्ता में आने पर सरकार की कार्यपद्धति।

 

उन्होंने कहा कि आपातकाल जैसे हालात किसी नोटिफिकेशन के जरिये नहीं, बल्कि पार्टी और नेताओं की मानसिकता के कारण आते हैं और खासकर तब जब पार्टी में आतंरिक लोकतंत्र नहीं हो।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के तीन साल में 28 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक अकाउंट खोल कर देश के गरीबों को देश के अर्थतंत्र की मुख्यधारा से जोड़ा गया है। आजादी के 70 साल बाद देश में लगभग 12 करोड़ लोगों के पास ही गैस सिलिंडर थे, जिसमें से लगभग 11 करोड़ 80 लाख गैस सिलिंडर केवल शहरी क्षेत्रों में थे, मोदी सरकार ने तीन साल में ही देश के सवा दो करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देने का काम पूरा कर लिया है, पांच सालों में देश के पांच करोड़ गरीब महिलाओं के परिवार में गैस कनेक्शन पहुंचाने का बीड़ा मोदी सरकार ने उठाया है। मुद्रा बैंक के माध्यम से देश के लगभग 7.64 करोड़ लोगों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराये गए हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी देश में लगभग 8 करोड़ घर ऐसे थे, जहां शौचालय नहीं थे, मोदी सरकार के तीन वर्ष में ही साढ़े चार करोड़ से ज्यादा शौचालय बना कर गाँव की गरीब महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया गया है।