Dr Harshvardhan

भूकम्प आए तो घबराएं नहीं, मोबाइल में एप देखिए

नई दिल्ली,28 जुलाई (जनसमा)।  भूकम्प आए तो घबराइये नहीं, बस अपने मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करके रखिये और जानिए कि भूकम्प का केन्द्र कहां है और आपको क्या करना है।

इस एप का नाम है ‘इंडिया क्‍वेक’ और इसे गुरूवार को पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय की स्‍थापना दिवस के अवसर पर लांच किया है केन्द्रीय पृथ्‍वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने।

केन्द्र सरकार ने राष्‍ट्रीय भूकम्‍प केन्‍द्र द्वारा विकसित एक मोबाइल एप लांच किया है जिससे भूकम्‍प आने के बाद यह एप स्‍वचालित रूप से यानी अपने आप भूकम्‍प के स्‍थान, समय और उसकी तीव्रता  के बारे में जानकारी देगा।

यह एप कोई भी नागरिक डाउनलोड कर सकता है और अपने मोबाइल पर वास्‍तविक समय पर भूकम्‍प के केन्द्र या स्‍थान की सूचना प्राप्‍त कर सकता है। एप के वैज्ञानिक और प्रशासनिक लाभों के अतिरिक्‍त इससे भूकम्‍प के दौरान लोगों की घबराहट कम करने में मदद मिलेगी।

Dr. Harsh Vardhan launching the “India Quake” App, at the foundation day function of the Ministry of Earth Sciences-2017, in New Delhi

उदाहरण के लिए यदि हिन्‍दकुश, (अफगानिस्‍तान) में भूकम्‍प आता है और इसे दिल्‍ली में गंभीरता से महसूस किया जाता है तो उस स्थिति में दिल्‍ली के लोग दो मिनट से भी कम समय में यह जान सकेंगे कि भूकम्‍प दिल्‍ली में नहीं बल्कि अफगानिस्‍तान में आया है।

राष्‍ट्रीय भूकम्‍प केन्‍द्र (एनसीएस) 84 स्‍टेशनों के साथ राष्‍ट्रीय भूकम्पीय नेटवर्क का संचालन करता है। ये स्‍टेशन वास्‍तविक समय में डाटा संचार के लिए री-सैट के माध्‍यम से राष्‍ट्रीय भूकम्‍प केन्‍द्र से जुडे हुए हैं।

भूकम्‍प आने की स्थिति में राष्‍ट्रीय भूकम्‍प केन्‍द्र अपने नेटवर्क से डाटा का उपयोग करते हुए इन स्‍टेशनों का पता लगा लेता है और एसएमएस, ईमेल तथा फैक्‍स के माध्‍यम से संबंधित सरकारी विभाग और अन्‍य हितधारकों में भूकम्‍प की तीव्रता के बारे में सूचना का प्रसार करता है।