India players celebrate

भारतीय खिलाड़ियों ने किया मां का नाम रोशन, जीती श्रृंखला

विशाखापट्टनम, 29 अक्टूबर | अमित मिश्रा (18-5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारत ने शनिवार को यहां खेले गए पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच में न्यूजीलैंड को 190 रनों के अंतर से हराकर श्रृंखला 3-2 से अपने नाम कर ली। भारतीय खिलाड़ियों ने इस शानदार जीत के साथ अपनी मांओं का नाम भी रोशन किया। गौरतलब है कि भारतीय खिलाड़ी एक विशेष पहल के तहत इस मैच में अपने नामों की बजाय अपनी-अपनी मां के नाम वाली जर्सी पहनकर खेलने उतरे थे।

अमित मिश्रा को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज दोनों पुरस्कार मिले। मिश्रा ने श्रृंखला में 15 विकेट हासिल किए, जो न्यूजीलैंड के खिलाफ किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में लिया गया सर्वाधिक विकेट है। मिश्रा से पहले शेन वार्न, डारेन गॉ और सुनील नरेन ने 13-13 विकेट लेने का कारनामा किया था।

एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा (70) और विराट कोहली (65) की अर्धशतकीय पारियों की मदद से न्यूजीलैंड के सामने 270 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में खेलते हुए मेहमान टीम 23.1 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 79 रन ही बना सकी।

यह भारत के खिलाफ मेहमान टीम का न्यूनतम एकदिवसीय स्कोर है। इससे पहले का न्यूनतम योग 103 रन रहा था। वहीं भारतीय टीम का न्यूजीलैंड के खिलाफ रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत भी है। ओवरों के लिहाज से न्यूजीलैंड की यह सबसे छोटी पारी रही।

मिश्रा के अलावा अपना पहला एकदिवसीय मैच खेल रहे जयंत यादव, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव ने एक-एक सफलता हासिल की। अक्षर पटेल को दो विकेट मिले।

न्यूजीलैंड की ओर से कप्तान केन विलियमसन ने सबसे अधिक 27 रन बनाए। टॉम लाथम और रॉस टेलर ने 19-19 रन जोड़े। उनके सात बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। मार्टिन गुप्टिल खाता खोले बगैर चौथी गेंद पर उमेश यादव का शिकार हो गए। छठे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने टॉम लाथम (19) को भी पवेलियन की राह दिखा दी।

विलियमसन का विकेट 63 के कुल स्कोर पर जब अक्षर पटेल ने चटकाया तो किवी टीम के लिए संकट गहरा गया। यहां से न्यूजीलैंड फिर उबर नहीं सकी और भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने एक-एक कर किवी बल्लेबाजों का शिकार करना शुरू कर दिया।

16वां ओवर लेकर आए अमित मिश्रा ने इसी ओवर में रॉस टेलर (19) और बी. जे. वाटलिंग के विकेट चटका डाले।

भारतीय स्पिन आक्रमण ने आखिरी की 55 गेंदों में 17 रन देकर न्यूजीलैंड के आठ विकेट चटका डाले।

इससे पहले, अजिंक्य रहाणे (20) और रोहित ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई। रहाणे हालांकि इस साझेदारी को ज्यादा आगे तक नहीं ले जा सके और 10वें ओवर में 40 के कुल योग पर जिम्मी निशम का शिकार हो पवेलियन लौटे।

रोहित ने लेकिन पिछले चार मैचों की असफलता को पीछे छोड़ते हुए बेहतरीन पारी खेली और कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी कर टीम को सधी शुरुआत दी। दोनों बल्लेबाजों ने 6.23 के औसत से रन बटोरे।

रोहित 65 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के लगा चुके थे, लेकिन वह प्रतिद्वंद्वी टीम के लिए और खतरा बन पाते ट्रेंट बोल्ट ने 119 के कुल योग पर उन्हें नीशम के हाथों कैच करवा दिया।

अब क्रीज पर भारतीय टीम के दो कप्तान कोहली और महेंद्र सिंह धौनी (41) मौजूद थे। कोहली ने जहां अपने चिर परिचित अंदाज में खेलना जारी रखा, वहीं धौनी थोड़ा संभलकर पारी को आगे बढ़ाते रहे।

दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की, हालांकि यह साझेदारी थोड़ी धीमी गति (4.58) से आई। मिशेल सैंटनर की सीधी और नीची रही गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में धौनी पगबाधा करार दिए गए।

धौनी ने 59 गेंदों में चार चौके और एक छक्का जमाया। यहां भारत ने कुछ विकेट जल्दी-जल्दी गंवाए, जिसके कारण आखिरी के ओवरों में अपेक्षित तेजी से रन नहीं जुटा सके।

कोहली 44वें ओवर की पहली गेंद पर ईश सोढ़ी का शिकार हुए। उनका कैच गुप्टिल ने लपका। कोहली ने 76 गेंदों में दो चौके और एक छक्का लगाया।

केदार जाधव 39 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे। अक्षर पटेल ने 24 रनों की पारी खेली।

किवी टीम की ओर से ईश सोढ़ी और ट्रेंट बाउल्ट ने दो-दो सफलता हासिल की जबकि जीमी नीशम और मिशेल सेंटनर को एक-एक सफलता मिली।

–आईएएनएस