उत्तर प्रदेश सरकार शिल्पकारों पर मेहरबान

लखनऊ, 16 अगस्त । उत्तर प्रदेश सरकार भी अब हस्त शिल्पकारों पर मेहरबान दिख रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हस्त शिल्पकारों को उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं के उन्हें वाजिब दाम दिलाने और उनके उद्योग को बढ़ावा दिए जाने की पहल की गई है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 20 एकड़ के क्षेत्र में लखनऊ हाट परियोजना के अंतर्गत अवध शिल्प ग्राम का निर्माण कराया गया है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 20 अगस्त को करेंगे।

अवध शिल्प ग्राम की खूबियों की बात करें तो निर्मित अवध शिल्प ग्राम में वातानुकूलित एवं गैर-वातानुकूलित लगभग 209 दुकानों के साथ-साथ बाहर से आने वाले शिल्पकारों के ठहरने के लिए डॉरमैट्री की व्यवस्था कराई गई है। शिल्पग्राम में पुरुषों एवं महिलाओं के अलग-अलग डॉरमैट्री बनवाई गई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दीपक सिंघल का कहना है कि शिल्पकारों द्वारा निर्मित उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बड़े कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर कराया जाएगा, जिससे प्रदेश के छोटे उद्यमियों द्वारा स्वनिर्मित वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त अवसर प्राप्त हो सकें।

उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन अवध शिल्प ग्राम में फूड कोर्ट, क्राफ्ट कोर्ट, क्राफ्ट शॉप, प्रदर्शनी हॉल सहित डॉरमैट्री का निर्माण भी कराया गया है। अवध शिल्प ग्राम में बाहर से आने वाले उद्यमियों की सुविधा को देखते हुए साइनेज बोर्ड भी लगवाने के निर्देश दिए गए हैं।

सिंघल ने अवध शिल्प ग्राम को हरा-भरा एवं सुंदर बनाने के लिए पौधरोपण, सार्वजनिक शौचालय एवं पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था कराते हुए आने वाले वाहनों के लिए पार्किं ग की व्यवस्था भी कराने के निर्देश दिए हैं।

फोटो: धातु का सजावटी आइटम

उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प के प्रदर्शन एवं बिक्री के लिए एक निश्चित स्थान उपलब्ध होने से देश-विदेश के पर्यटकों को समस्त हस्तशिल्प का एक ही स्थान पर प्रदर्शन एवं विक्रय सामग्री प्राप्त होने में सुविधा होती है।

सिंघल का कहना है कि आने वाले पर्यटकों एवं ग्राहकों की थकान मिटाने के लिए एम्पी थियेटर में विभिन्न लोक-कलाओं के सजीव प्रदर्शन भी आयोजित कराए जाएंगे, जिससे लोक-कलाओं को विकसित करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि अवध शिल्प ग्राम में उत्सव जैसा वातावरण बनाने के लिए वर्षवार कैलेंडर निर्धारित कर कार्ययोजना को क्रियान्वित कराना होगा। साथ ही प्रदेश के संगीत एवं शिल्पकला को बढ़ावा देने के लिए कल्चरल हब भी बनाए जाएं।

मुख्य सचिव ने परियोजना को और आकर्षक बनाने के लिए बच्चों के लिए विभिन्न खेल क्षेत्र भी विकसित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल उपकरण भी स्थापित कराए जा सकें।

उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक से युक्त अवध शिल्प ग्राम में हस्तशिल्पों की कला को धरातल पर उतारकर व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाएगा।

अवध शिल्प ग्राम के उद्घाटन समारोह में प्रदेश के तीन हजार हस्तशिल्पों सहित 500 बुनकरों को भी आमंत्रित किया गया है।

–आईएएनएस