Hillary Clinton

ट्रंप राष्ट्रपति बनने के योग्य नहीं : हिलेरी

मियामी, 7 सितम्बर | अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन ने मंगलवार को कहा कि रिपब्लिकन पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप ने उन सभी का घोर अपमान किया है, जिन्होंने वर्दी पहन रखी है। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, साउथ फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में एक प्रचार सभा के दौरान हिलेरी ने ट्रंप के हाल के मैक्सिको दौरे की तीखी आलोचना की। उन्होंने उसे शर्मसार करने वाली अंतर्राष्ट्रीय घटना करार दिया, जिसका समापन मेक्सिको के राष्ट्रपति के साथ ट्विटर युद्ध के साथ हुआ।

उन्होंने कहा, “स्वभाव के लिहाज से वह अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बिल्कुल अयोग्य हैं।”

आठ नवंबर को समाप्त होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम दो माह के चुनाव अभियान के दौरान हिलेरी फ्लोरिडा जैसे प्रमुख राज्यों में अधिक मतदाताओं का समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही हैं। फ्लोरिडा दोनों राजनीतिक दलों के लिए राष्ट्रपति चुनाव जीतने की रणनीति का एक केंद्र है।

मंगलवार को पूर्व विदेश मंत्री ने आगाह किया कि अमेरिका जितने खतरे में है, उससे कहीं अधिक खतरे में उसे ट्रंप आतंकवाद से लड़ने के संदर्भ में इस्लामिक स्टेट (आईएस) को खत्म करने की अपनी ‘गुप्त’ योजना से डाल रहे हैं। हिलेरी ने कहा कि ‘गुप्त’ योजना यही है कि उनके पास कोई योजना नहीं है।

हिलेरी ने ट्रंप पर निशाना साधा और कहा, “वह सेना को एक तबाही कहते हैं। वह कहते हैं कि वह आईएसआईएस से ज्यादा उसके बारे में जानते हैं, जो जनरल करते हैं। उनके ये शब्द वर्दी पहनने वाले हमारे लोगों का अपमान है।”

इसके बाद हिलेरी ने आतंक का नेटवर्क समाप्त करने के लिए समुचित संसाधन मुहैया करा कर सेना की मदद करने का वादा किया। उन्होंने कहा, “हमलोग इस्लामिक स्टेट के आतंक को समाप्त करने और उन्हें कानून के कटघरे में लाने के लिए सबकुछ करेंगे।”

हिलेरी ने कहा कि 9/11 के आतंकी हमलों को देखते हुए न्यूयॉर्क के सीनेटर होने के नाते उन्होंने अपने देश को सुरक्षित और न्यूयॉर्क और पेंटागन के पुनर्निर्माण के लिए काम किया। मैं उस समय हमेशा बिन लादेन को कानून के कटघरे में लाने के लिए दृढ़ संकल्पित रही।

उन्होंने बिन लादेन के मारे जाने में अपनी भूमिका को रेखांकित दिया और कहा कि उस रात जब सील कमांडो ने आतंकी सरगना को पाकिस्तान में खोज कर मार डाला, तब वह राष्ट्रपति बराक ओबामा और शीर्ष खुफिया अधिकारियों के साथ मिलकर इस काम में जुटी हुई थीं।       –आईएएनएस