Uttar Pradesh Chief Minister Akhilesh Yadav addresses during a programme in Lucknow on Oct 10, 2016. (Photo: IANS)

अखिलेश यादव ने राहुल गांधी की टिप्पणी का समर्थन किया

लखनऊ, 10 अक्टूबर | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को राहुल गांधी की टिप्पणी का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारतीय जवानों के बहे रक्त की ‘दलाली’ करने का आरोप लगाया है। वहीं, उनकी समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पिछले महीने सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गई सर्जिकल कार्रवाई के ‘राजनीतिकरण’ को लेकर निशाना साधा।

अखिलेश ने कहा, “अगर उन्होंने (राहुल) वह कहा है, तो उन्होंने काफी सोच समझकर कहा होगा..उनके पास इसका कारण होगा।”

अखिलेश ने कहा, “मैं कुछ शहीदों के घरों में गया हूं..गरीब मर रहे हैं। वे सर्जिकल कार्रवाई के बारे में क्या जानते हैं।”

राहुल ने पिछले सप्ताह एक रैली में मोदी पर सर्जिकल कार्रवाई से राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री भारतीय जवानों द्वारा बहाए रक्त का राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं।

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इंडिया टुडे के एक सावल के जवाब में कहा, “उनके (राहुल) शब्दों का चयन बेहतर हो सकता था, लेकिन उन्होंने अपने बयान के जरिए जो संदेश दिया है, वह महत्वपूर्ण है।”

भाटिया ने कहा, “जहां तक सर्जिकल कार्रवाई का सवाल है, सपा समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रधानमंत्री के फैसले का समर्थन किया और हम भविष्य में भी यही करेंगे। लेकिन जिस तरह भाजपा ने कार्रवाई का राजनीतिकरण किया है और अपनी पीठ थपथपाई है, वह सर्वाधिक दुर्भाग्यपूर्ण है, खासतौर पर उत्तर प्रदेश में जहां चुनाव होने वाले हैं।”

भाटिया ने कहा, “इस पीठ थपथपाने के कारण ही प्रधानमंत्री को अपनी पार्टी के नेताओं को चेतावनी देनी पड़ी। उम्मीद है कि वे उनकी सुनेंगे।”

हालांकि भाजपा ने गांधी की टिप्पणी पर अखिलेश के समर्थन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “ये टिप्पणियां अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी की पक्षपातपूर्ण मानसिकता को दर्शाती हैं, जो जाति, पंथ, धर्म और चुनावी और राजनीतिक मंशा से प्रेरित हैं।”

उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है..राजनीतिक दलों को सशस्त्र बलों के ऊपर राजनीति नहीं करनी चाहिए। मुझे लगता है कि उन्हें (यादव) ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करना चाहिए।”–आईएएनएस