The work of setting up RO plant should be started

आरओ प्लांट लगाने का काम शुरू किया जाए

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पीने के पानी की उपलब्धता को बढाने के साथ ही क्वालिटी को भी बेहतर करने का निर्देश।

नई दिल्ली, 20 जून। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चिंहित 20 जेजे कालोनियों (JJ colonies) में आरओ प्लांट (RO plants) लगाने का काम जल्द शुरू किया जाए और लोगों को इसका पानी इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित भी करें।

दिल्ली के जिन चुनिंदा जगहों पर गंदा पानी आने की समस्या है, उसका जल्द ही स्थायी समाधान कर दिया जाएगा और लोगों को बिल्कुल साफ पीने का पानी (Drinking water) मिलेगा।

सोमवार को सीएम अरविंद केजरीवाल (Chief MinisterArvind Kejriwal) ने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।

केजरीवाल ने डीजेबी के अधिकारियों को गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान निकालने और दिल्ली में पानी की जरूरतों को पूरा करने को लेकर अफसरों को कड़े निर्देश दिए।

दिल्ली के जिन चुनिंदा जगहों पर गंदे पानी की समस्या है, उसके मूल कारणों की पहचान कर उनका स्थाई समाधान किया जाए।

दिल्ली जल बोर्ड से इस पर एक डिटेल प्लान भी तैयार करे।

जहां पाईप बदलने की जरूरत है, उसे तत्काल बदला जाए।

समीक्षा बैठक मे जल मंत्री सौरभ भारद्वाज, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

समीक्षा बैठक में सीएम  ने दिल्ली के कुछ चुनिंदा जगहों से आ रही गंदे पानी की शिकायत के स्थायी समाधान पर विशेष बल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की क्वालिटी को जल्द से जल्द ठीक किया जाए, ताकि लोगों की शिकायतों को दूर किया जा सके। अगर कहीं पर गंदे पानी की समस्या है तो उसे जड से खत्म करें। जिन जगहों पर गंदा पानी आ रहा है, उनकी पहचान की जाए और इसके स्थायी समाधान के लिए एक डिटेल प्लान तैयार कर उस पर जल्द काम शुरू करें।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीजेबी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगर कहीं पर पाइप लाइन की वजह से गंदा पानी आ रहा है तो उसको तुरंत बदल दिया जाए, लेकिन कहीं गंदा पानी नहीं आना चाहिए।

सीएम ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को गंदे पानी को लेकर स्थानीय विधायकों से भी जानकारी लेने का निर्देश दिया है।

समीक्षा बैठक के दौरान केजरीवाल ने कहा कि सभी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से जो छन कर साफ पानी आता है, उसको भी इस्तेमाल योग्य बनाया जाए। इस पानी को कृत्रिम झीलों में लेकर जाया जाए और झीलों के आसपास पिकनिक व टूरिस्ट स्पॉट विकसित किए जाए। ताकि लोग यहां आकर अच्छा महसूस करें। बाद में जब इन झीलों के आसपास भू-जल स्तर उपर आ जाएगा तो ट्यूबवेल लगाकर पानी को निकाला जाएगा।

इस दौरान दिल्ली जल बोर्ड ने सीएम अरविंद केजरीवाल के समक्ष एक-एक सीवर ट्रीटमेंट प्लान का एफ्यूएंट कब तक इस्तेमाल हो पाएगा, इसका डिटेल प्लान भी पेश किया। 

खराब फ्लोमीटर को ठीक करने के निर्देश

प्राइमरी और सेकेंडरी यूजीआर पर फ्लोमीटर लगाए जा रहे हैं। काम नहीं कर रहे फ्लोमीटर को ठीक कर दोबारा सुचारू रूप से चालू करने का निर्देश दिया है।

फ्लोमीटर लगाने के काम में तेजी लाई जाए।

सभी प्राइमरी यूजीआर पर फ्लोमीटर अवश्य लगाया जाए और यह काम जल्द पूरा कर लिया जाए। इसके बाद सेकेंडरी यूजीआर पर फ्लोमीटर लगाने का काम शुरू किया जाए।

सभी टैपिंग, इनपुट और आउटपुट पर फ्लोमीटर लगाया जाए। इस काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि सभी 2700 फ्लोमीटर की अपडेट मोबाइल पर मिलनी चालू हो जाए।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने फ्लोमीटर को लेकर आगामी बुधवार को भी एक बैठक बुलाई है।

1428 ट्यूबवेल्स लगाने का काम छह माह में पूरा करें- अरविंद केजरीवाल

बैठक में डीजेबी ने ट्यूबवेल्स लगाने को लेकर चिंहित की गई जमीन की रिपोर्ट पेश की। इसके अनुसार, दिल्ली की 12 विधानसभा क्षेत्रों में ट्यूबवेल्स लगाने के लिए डीजेबी ने 1075 स्थान चिंहित किया है, जहां करीब 1428 ट्यूबवेल्स लगाए जाएंगे। जबकि 4200 ट्यूबवेल्स पहले से लगे हुए हैं।

डीजेबी ने इसके लिए जमीन प्राप्त करने के लिए संबंधित विभाग से अनुरोध किया है और उम्मीद है कि जल्द ही जमीन की एनओसी मिल जाएगी।

केजरीवाल ने कहा कि जब तक संबंधित विभागों से जमीन की एनओसी आ रही है, तब तक वहां के पानी की गुणवत्ता की जांच कर ली जाए और एनओसी मिलते ही ट्यूबवेल्स लगाने का काम शुरू कर दिया जाए।

ट्यूबवेल्स लगाने के इस काम को अगले छह महीने में पूरा किया जाए। जिन ट्यूबवेल्स को अगले एक साल में हटाना है, उनकी लिस्ट बना ली जाए और उन पर फ्लोमीटर न लगाया जाए।

पानी की क्वालिटी

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पानी की उपलब्धता को बढाने के साथ ही उसकी क्वालिटी को भी बेहतर करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल्स से निकलने वाले पानी का टेस्ट भी अच्छा होना चाहिए। ऐसा न हो कि पानी निकाल लें, लेकिन वो इस्तेमाल करने योग्य न हो। पानी की क्वालिटी अच्छा करने के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाने हैं, वो उठाए जाएं, लेकिन लोगों को अच्छी क्वालिटी का पानी मिलना चाहिए। अगर आरओ या अमोनिया रिमूवल प्लांट लगाने की जरूरत है तो उसे लगाया जाए। 

आरओ के पानी का इस्तेमाल

केजरीवाल ने जेजे कॉलोनियों में आरओ प्लांट को लेकर चल रही पहलों की समीक्षा की।

आरओ प्लांट लगाने के लिए इंदिरा कैंप नं. 3, पंकज गार्डेन, सोनिया गांधी कैंप, नवजीवन कैंप, जीबीबीएस स्कूल रोड खानपुर, आया नगर बंद रोड, दास गार्डेन बपरोला विहार, सत्यमपुरम कालोनी, गीतांजली एन्क्लेव समेत 20 जेजे कालोनियों को चिंहित किया गया है।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीजेबी को चिंहित सभी कालोनियों में आरओ प्लांट लगाने का काम शुरू करने का निर्देश दिया है।

सीएम ने कहा कि अधिकारी चिंहित स्थान का दौरा कर लें और वहां के निवासियों को आरओ का पानी इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें। अगर लोग आरओ का पानी इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो उस पानी का कहीं और इस्तेमाल किया जाए।

मुख्यमंत्री ने इसकी टाइम लाइन के साथ डिटेल प्लान पेश करने को भी कहा है कि अगर इस पानी को किसी झील में लेकर जाना है तो पाइप लाइन बिछाने के साथ-साथ और क्या व्यवस्था करनी होगी। सीएम ने प्लान बनाकर सीईटीपी का भी काम तेज करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा अमोनिया न्यूट्रलाइजेशन पर भी काम तेज कर अक्टूबर तक पूरा करने को कहा है।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्रीअरविंद केजरीवाल जी ने आज दिल्ली जल बोर्ड के साथ नियमित समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को आदेश दिए कि दिल्ली के जिन चुनिंदा इलाक़ों में गंदे पानी की समस्या है उसके मूल कारण की पहचान कर उनका स्थाई समाधान किया जाए साथ ही डीजेबी इस पर एक विस्तृत प्लान लेकर आए।

दिल्ली में पानी की जरूरत

दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर काम चल रहा है।

दिल्ली के जिन इलाकों में भू-जल स्तर उपर है, वहां पर दो तरह से काम कर पानी के उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। पहला, भू-जल स्तर उपर वाले इलाकों में इसका स्तर और उपर उठाने का प्रयास किया जाएगा।

ऐसे इलाकों में कुछ उपकरण लगाए जाएंगे, जिनकी मदद से भू-जल स्तर को और उपर उठाया जा सकेगा। इसके बाद यहां से भू-जल को निकाल कर तकनीक की मदद से ट्रीट कर पीने योग्य बनाया जाएगा और इस पानी को लोगों के घरों में आपूर्ति किया जाएगा।

जहां पर ठोस पानी है, उसको सॉफ्ट बनाने के लिए अगर सॉफ्टनर लगाने की जरूरत है, वहां सॉफ्टनर लगाकर पानी के टीडीएस को आरओ द्वारा कम किया जाएगा और लोगों को पीने के लिए मुहैया कराया जाएगा।

दिल्ली के विभिन्न इलाकों में करीब 2500 ट्यूबवेल्स लगाकर इस पर काम किया जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस प्रोजेक्ट की विस्तार से समीक्षा की और इसे पूरा करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड को छह महीने का समय दिया है।

केजरीवाल पानी को लेकर गंभीर

सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता को साफ पानी मुहैया कराने और पानी की कमी को दूर करने को लेकर बेहद गंभीर हैं। इसी के मद्देनजर सीएम हर महीने एक या दो बार दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर रहे हैं। पिछले माह हुई समीक्षा बैठक में भी सीएम अरविंद केजरीवाल ने गंदे पानी की समस्या को दूर करने पर जोर दिया था।

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