ऑपरेशन पठानकोट: आतंकियों ने एक किसान से मांगा था मोबाइल

पठानकोट, 05 जनवरी। आतंकी दहशत के बीच मंगलवार को चौथे दिन भी सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। हालांकि, सेना ने कहा कि एयरफोर्स बेस पर सबकुछ सुरक्षित है। दूसरी तरफ, जिन गांवों के रास्ते आतंकी एयरफोर्स बेस में घुसे थे, वहां जबरदस्त दहशत का माहौल है। पठानकोट के पास स्थित गांव मनवाल में सबसे पहले आतंकियों को देखा गया था। आतंकियों ने गांव वालों से मोबाइल मांगा और नहीं देने पर बोले, भाग जा वर्ना भून देंगे।

फोटोः 4 जनवरी 2016 को पठानकोट के एयरबेस में मिलिट्री अभियान के दौरान सेना के जवान (आईएएनएस)

काले कंबल ओढ़ घूम रहे थे: समय सोमवार सुबह के 7 बजे। गांव मनवाल का सुरिंद्र कुमार अपने खेतों में काम कर रहा था। तभी काले कंबल ओढ़े घूम रहे दो आतंकी उसके पास आए और मोबाइल मांगने लगे। इस पर सुरिंद्र ने कहा कि वह गरीब आदमी है और उसके पास मोबाइल नहीं है। ऐसा सुनते ही आतंकी बोले कि भाग जा नहीं तो गोलियों से भून देंगे।

10 दिन खड़ी रही HP नंबर की कार: एयरफोर्स स्टेशन की बैकसाइड से आतंकियों ने बेस में इंट्री की। उससे कुछ दूरी पर गांव सुहाड़ा में हमले से पहले 10 दिन तक एक एचपी नंबर की एसेंट कार खड़ी रही। लोगों ने इस पर शक जाहिर किया पर एयरफोर्स पुलिस या जिला पुलिस ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। गांव के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बाउंड्री के बिल्कुल पास एक सफेद रंग की एसेंट कार 10 दिन तक खड़ी रही और हमले से एक दिन पहले कार को कोई ले गया। पहले इस संबंध में आसपास पूछा तो किसी ने बताया कि यह गाड़ी हिमाचल से आए किसी व्यक्ति की है और खराब हो गई थी। इसका कलपुर्जा नहीं मिल रहा होगा, तभी खड़ी है। लेकिन, हमले के बाद अब जांच एजेंसियां कार तलाश कर रही हैं।

दवा की दुकान चला रहा था आईएसआई का एजेंट: जानकारी के मुताबिक, पंजाब की सीआईए स्टॉफ द्वारा पकड़ा गया आईएसआई का एजेंट अब फिरोजपुर की सेंट्रल जेल में है। आईएसआई का एजेंट रजा उल्लाह कई साल से अपने जाली दस्तावेज तैयार कर फिरोजपुर छावनी में एक दवा की दुकान खोलकर कई साल से रह रहा था। उसने सेना के अधिकारियों से तालमेल बना रखा था।

यही नहीं, रजा सेना अस्पताल में दवाओं को सप्लाई करने का लाइसेंस बना रहा था और सेना के अधिकारियों के साथ पूल खेलता था। उसका पिता पाकिस्तान में एक मस्जिद में मोलवी था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी फिरोजपुर से कई आईएसआई के एजेंट पकड़े जा चुके हैं।           (हि.स.)