कांग्रेस ने मनीष तिवारी के बयान को खारिज किया

नई दिल्ली, 10 जनवरी। वर्ष 2012 में सेना की दिल्ली कूच संबंधी खबर को सही बताने का दावा करने वाले मनीष तिवारी इस मुद्दे पर पार्टी में ही अलग-थलग पड गये हैं। कांग्रेस ने पार्टी नेता मनीष तिवारी के बयान को खारिज करते हुए घटना के दौरान उनके अधिकारों पर ही सवाल खडा किया है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने रविवार को मनीष तिवारी के दावे को खारिज करते हुए इसे बेवजह विवाद पैदा करने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि सेना के दिल्ली कूच के संबंध में एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को उस समय ही प्रमाणित सूत्रों के हवाले से आधिकारिक तौर पर खारिज कर दिया गया था। तत्कालीन सरकार को बिना जानकारी दिये सेना के कूच जैसी कोई घटना नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस की तरफ से इस रिपोर्ट को खारिज करते हैं।

कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मनीष तिवारी के दावे पर बडा सवाल खडा करते हुए कहा कि मनीष जिस समय का यह सारा घटनाक्रम बता रहे हैं उस समय वह सेना या ऐसी किसी भी संस्था के हिस्सा नहीं थे जो इस संबंध में निर्णय लेने के लिए अधिकृत होती है। उन्होंने कहा कि मनीष का बयान कुछ अधिकारियों से बातचीत के आधार पर दिया गया प्रतीत होता है। मुझे नहीं लगता कि इसे सच मानना चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मनीष तिवारी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जहां तक की लगता है कि कुछ ना कुछ हुआ था उस रात को जो कि संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ था।

जानकारी हो कि कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शनिवार को एक पुस्तक लोकार्पण समारोह में कहा था कि 2012 में संप्रग सरकार के तख्तापलट की कोशिश की एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर सही थी। सेना की दो टुकिडियों ने दिल्ली की ओर कूच किया था। हालांकि तत्कालीन मनमोहन सरकार ने ऐसी खबरों का खंडन किया था।