कान्ति नाथ शर्मा नहीं रहे : गोपेन्द्र भट्ट को पितृ शोक

जयपुर, 22 अप्रैल। सूचना और जनसम्पर्क सेवा के वरिष्ठ अधिकारी गोपेन्द्र नाथ भट्ट के वयोवृद्ध पिता  कान्ति नाथ शर्मा  का शुक्रवार को जयपुर में देहान्त हो गया। वे करीब सौ वर्ष के थे। वे राजस्थान की राजनीति के जीवंत दस्तावेज थे। छठे, सातवें और आठवें दशक में उन्हें पर्दे के पीछे की राजनीतिक गणित सुलझाने और कारगर समीकरण बनाने वाला कुशल राजनीतिक पंडित माना जाता था।

स्व.शर्मा पैर में फैक्चर के बाद पिछले 13 दिनों से जयपुर के मेट्रो मास हॉस्पिटल में भर्ती थे।

स्व. शर्मा अपने ज़माने के मशहूर राजनेता रहे। वे पूर्व स्वतंत्र पार्टी की राजस्थान शाखा के सर्वप्रथम कार्यालय मंत्री और महासचिव के साथ ही पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डूंगरपुर महारावल दिवंगत लक्ष्मण सिंह के जीवन पर्यन्त निजी सचिव रहे। उन्हें जयपुर की पूर्व महारानी  श्रीमती गायत्री देवी को राजनीति में लाने का श्रेय मिला। देश के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजाजी राजगोपालाचार्य के सार्वजनिक भाषणों का हिंदी रूपांतरण प्रायः स्व. शर्मा ही करते थे।

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय हेग के पूर्व अध्यक्ष डॉ.नागेन्द्र सिंह सहित डूंगरपुर राजपरिवार से जुड़े स्व. शर्मा ने  क्रिकेट जगत की मशहूर हस्ति स्व. राजसिंह डूंगरपुर सहित अन्य पूर्व राजकुमार व् राजकुमारियों की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा का दायित्व संभाला और राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री  मोरारजी देसाई , पीलू मोदी,  मीनू मसानी,  एच एम पटेल, ओडिशा के  सिंहदेव , स्व. चौधरी चरण सिंह , राजनारायण , राजमाता श्रीमती विजयाराजे सिंधिया, डॉ. करणीसिंह, बीकानेर सहित पूर्व उप राष्ट्रपति स्व.  भैरो सिंह शेखावत, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री  मोहनलाल सुखाड़िया,  हरिदेव जोशी,  शिवचरण माथुर, जगन्नाथ पहाड़िया, बरकत उल्ला खान,  हीरालाल देवपुरा, लेफ्टिनेंट जनरल  नाथू सिंह,स्व.मान्धाता सिंह गीजगढ़ , आर. एस. एस के  ठाकुरदास बंग व लक्ष्मणसिंह जी भाई साहब, अनेक पूर्व राजा- महाराजाओ और अन्य कई राष्ट्रीय और प्रदेश् के राजनेताओं के निकट सम्पर्क में रहे।

स्व. शर्मा हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान और बनारस हिन्दू विश्वविधालय के स्कॉलर थे।

स्व. शर्मा अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गए है। उनके ज्येष्ठ पुत्र त्रिलोकी नाथ शर्मा हरी नाथ शर्मा योगेन्द्र नाथ शर्मा और गोपेन्द्र भट्ट के साथ ही पुत्रियों में दयमंती भट्ट कुसुम दीक्षित और राजश्री मेहता है। उनके कई नाती नातिन पोत्र पुत्रिया विदेशों में सेवारत है।