गुजरात के विकास में साढे छह करोड़ गुजरातियों का महत्वपूर्ण योगदान : आनंदीबेन

अहमदाबाद, 15 मार्च (जनसमा)। गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि व्यापार और उद्योग गुजरातियों के लहू और संस्कारों में मौजूद है। इसमें समाज सेवा का भाव उजागर कर जरूरतमंदों की सहायता तथा युवा कौशल्य को शिक्षा व रोजगार प्रदान करने से ‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा सफल हो सकेगा।

बीते शनिवार को अहमदाबाद में विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित 17 क्षेत्रों की गुजराती प्रतिष्ठित संस्थाओं को ‘सीएनबीसी गुजरात रत्न अवार्ड्स’ प्रदान करते हुए आनंदीबेन पटेल ने समाज में कीर्ति के साथ सेवा भावना का सामाजिक दायित्व निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गुजरात में सामान्य नागरिकों के लिए सुख-सुविधा के कार्यों में जो उपलब्धियां हासिल हो रही हैं उनमें साढे छह करोड़ गुजरातियों का महत्वपूर्ण योगदान है।

आनंदीबेन पटेल ने सम्पन्न उद्योग वर्गों, दाताओं को समाज सेवा में सी.एस.आर. के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घर-घर शौचालय निर्माण, स्वच्छता, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि उद्योगपतियों और बड़े वर्गों की सरकार के विपक्ष के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। यह सरकार सामान्यतम नागरिकों के विकास और सुविधाओं के लिए लगातार कार्यरत सरकार है।

उन्होंने कहा कि जमीन आवंटन में सरकार की कहीं कोई भूमिका या दखल नहीं है। जमीन मालिक किसान और उद्योगपति आपस में बैठकर जमीन की कीमत निर्धारित करते हैं और जमीन खरीदते-बेचते हैं। राज्य में पर्यावरणीय सुरक्षा, कचरे और गन्दे पानी के निकास की उचित व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जतायी।

गुजरात को ज्यादा वैश्विक गति-प्रगति में सभी समाजों के सहयोग और सुझाव की उम्मीद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य को प्रतिष्ठा दिलवाने के लिए वाइब्रेंट समिट 2017 नया आयाम हासिल करेगी। उन्होंने स्टार्टअप मिशन को गतिशील बनाए जाने का संकल्प जताया।