छत्तीसगढ़ में चार जनवरी से आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान

रायपुर, 02 जनवरी। आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेवाओं की गुणवत्ता उन्नयन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में चार जनवरी से आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान शुरू होने जा रहा है। अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह चार जनवरी को दोपहर 12.30 बजे यहां बूढ़ातालाब के पास इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल करेंगे।

यह अभियान 13 जनवरी 2016 तक चलेगा। कार्यक्रम में नवाजतन योजना चरण-3 में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों, सुपोषण मित्रों और श्रेष्ठ उपलब्धि प्राप्त करने वाले पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में फुलवारी की सफलता पर आधारित फिल्म और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा संधारित पंजियों के वीडियो प्रशिक्षण फिल्म का विमोचन किया जाएगा।

इसके अलावा महत्वपूर्ण विभागीय योजनाओं के अनुश्रवण के लिए तैयार सॉफ्टवेयर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए तैयार मोबाइल एप्प-वजन मित्र और फर्स्ट स्टेप (पहला कदम) की शुरूआत-प्रारंभिक शिशु शिक्षा किट का विमोचन किया जाएगा।

कार्यक्रम में फर्स्ट स्टेप शिशु शिक्षा के मॉड्यूल का अनावरण भी किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल मेें मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र, आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान, स्व-सहायता समूह द्वारा उत्पादित सामग्री, निःशक्त बच्चों की सुविधाओं और वन स्टॉप सेन्टर से संबंधित स्टॉल लगाए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेवाओं में गुणवत्ता उन्नयन करने और कुपोषण के स्तर को कम करने जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में यह अभियान संचालित होने जा रहा है। अभियान के अंतर्गत प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों तथा औद्योगिक संस्थाओं द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेने का आव्हान किया गया है। इन केन्द्रों को गोद लेने वाले नागरिकों और संस्थाओं को आंगनबाड़ी मित्र कहा जाएगा।

आंगनबाड़ी मित्रों द्वारा दो वर्ष तक आंगनबाड़ी केन्द्रों से जुड़कर यथा संभव इन केन्द्रों की सेवाओं के स्तर को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। अभियान के तहत प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों तथा औद्योगिक संस्थाओं को कुपोषित बच्चों को गोद लेने का भी आव्हान किया जाएगा। बच्चों को गोद लेने वाले नागरिकों तथा संस्थाओं को बाल मित्र कहा जाएगा, जो छह माह तक बच्चों के कुपोषण को दूर करने में मदद करेंगे।

अच्छा कार्य करने वाले आंगनबाड़ी मित्रों तथा बाल मित्रों को छह माह के बाद मुख्यमंत्री सुपोषण सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। अच्छा कार्य करने वाले जिलों, परियोजनाओं तथा ग्राम पंचायतों को भी छह माह बाद मुख्यमंत्री सुपोषण सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

अभियान के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा रेडी टू ईट की इकाईयों का निरीक्षण और आंकलन कर उन्हें और अधिक सक्षम तथा बेहतर बनाया जाएगा। अभियान में अनुश्रवण के लिए साफ्टवेयर तथा मोबाइल एप्प तैयार किए गए हैं। कुपोषित बच्चों के अभिभावकों , बाल मित्रों तथा आंगनबाड़ी मित्रों को समय-समय पर एसएमएस के माध्यम से साफ्टवेयर से जोड़कर सीधे बच्चों के वनज के बारे में सूचित करने के साथ ही उन्हें आवश्यक सलाह दी जाएगी।

अभियान में प्रत्येक स्तर पर सहायता करने तथा रेडी टू ईट इकाई या पोषण आहार वितरण के संबंध में सीधे विभागाध्यक्ष कार्यालय अर्थात् संचालनालय को सूचित करने के लिए एक टोल फ्री नम्बर 1800-233-4448 भी आरंभ किया गया है।