तलाक मामले जल्द निपटाने के लिए अलग से हों अदालतें : हेमा मालिनी

नई दिल्ली, 10 मई | फिल्म अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी ने मंगलवार को कहा कि तलाक के मामलों को जल्द निपटाने के लिए अलग से अदालतें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई युवा महिलाएं तलाक के लिए अदालत जाती हैं और उन्हें कई-कई साल मुकदमेबाजी में गंवाने पड़ते हैं।

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान लंबे समय से लंबित तलाक के मामलों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, “विवाह एक सुंदर संस्था है जो पूरी तरह एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान पर आधारित है। लेकिन, अक्सर विवाह में तल्खी आ जाती है और युवा महिलाएं तलाक लेना और अपना नया जीवन शुरू करना चाहती हैं।”

उन्होंने कहा, “आज कल की पीढ़ी की युवा लड़कियां इस समस्या का सामना करती हैं। लंबे समय तक चलने वाले ये मामले अक्सर इन महिलाओं के लिए चीजों को मुश्किल बना देते हैं।”

मथुरा की सांसद ने कहा, “कुछ मामले तो 10 साल तक चलते हैं। उन महिलाओं के जीवन का सुनहरा समय संघर्ष करते ही बर्बाद हो जाता है।” उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे मामलों का जल्द निपटारा सुनिश्चित करने के लिए अलग से अदालतें बनाई जानी चाहिए।