न्यूनतम समर्थन मूल्य

न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रहेगा, प्रधानमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाया

न्यूनतम समर्थन मूल्यप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आन्दोलनकारी किसानों को भरोसा दिलाया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रहेगा और नए कृषि कानून किसी भी तरह से कृषि उपज विपणन समितियों को कमजोर नहीं करेंगे।

राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव का 08 फरवरी,2021 को राज्‍यसभा में उत्‍तर देते हुए  मोदी ने कहा कि नए कृषि कानूनों का उद्देश्‍य देश के 12 करोड़ छोटे और बहुत छोटे किसानों की आकांक्षाओं को पूरा करना है।

उन्होंने सवाल किया कि बहुत कम जमीन वाले किसानों की संख्या 12 करोड़ से ज्यादा है। क्या इन किसानों के प्रति देश की कोई जिम्मेदारी नहीं है?

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों से बातचीत के रास्ते  खुले हैं,  चर्चा करें। सदन के माध्यम से मैं निमंत्रण देता हूं कि अगर कानूनों में  कमी हुई है तो हम ठीक करेंगे ।

उन्होंने कहा कि विश्वास दिलाता हूं कि  मंडिया अधिक से अधिक आधुनिक बने, अधिक प्रतिस्पर्धा हो।

न्यूनतम समर्थन मूल्य की चर्चा करते हुए  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  ने कहा कि एमएसपी थी, एमएसपी है और एमपी रहेगी ।उन्होंने कहा कि सदन की पवित्रता को समझें।

उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए सस्ती राशन योजना भी जारी रहेगी।

उन्होंने छोटे किसानों के उत्थान के लिए एकीकृत दृष्टिकोण का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने रचनात्मक आलोचना का स्वागत करते हुए आगाह किया कि प्रगतिशील सुधारों की राह में बाधाएं किसानों को उनके बहुप्रतीक्षित अधिकारों से वंचित करेगी।

कृषि मंत्री द्वारा आन्दोलन कर रहे किसानों के साथ की गई कई दौर की बातचीत का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गतिरोध को समाप्त करने के लिए सरकार अभी और चर्चा के लिए तैयार है।

नए कृषि कानूनों को वापस लेने की विपक्ष की मांग की आलोचना करते हुए उन्‍होंने स्‍पष्‍ट शब्‍दों में कहा कि इस तरह की बाधाओं से विकास के लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने में कोई मदद नहीं मिलेगी।

प्रदर्शनकारी स्थलों पर मौजूद वृद्धों और बच्चों के लिए चिंता जताते हुए,  मोदी ने उनसे घर लौटने का अनुरोध किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों विशेष रूप से पंजाब के किसानों को गुमराह किया जा रहा है।

पंजाब के लोगों की वीरता और बलिदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश पंजाब के लोगों और किसानों का सम्मान करता है। हाल ही में कुछ विदेशियों द्वारा आपात्तिजनक कार्यों में लिप्त होने का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि यह देश में एक नये तरीके का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश है।

कोविड के खिलाफ देश की लड़ाई का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने इस काम में सभी के प्रयासों की सराहना की।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को उनके संबोधन के लिए धन्यवाद भी दिया।